जुरहरा रीको औद्योगिक क्षेत्र सोनोखर- बिजली पानी मूलभूत सुविधाओं का अभाव :वर्ष 1990 में अस्तित्व में आई रीको
जुरहरा( डीग/ भरतपुर/ राजस्थान/ रतन वशिष्ठ)
तत्कालीन राजस्थान के मुख्यमंत्री भैरोसिंह शेखावत ने 1989 में जुरहरा क्षेत्र के गाँव सोनोखर में 40 एकड भूमि अवाप्त कर रीको क्षेत्र की स्थापना की, रीको द्वारा 65,प्लाटो का आबंटन किया गया, अभी 50 युनिट लगी है, और करीब 30 युनिट संचालित बताई जाती है, जिनके मालिक स्थानीय है उनमें तेल मिल, काॅटन, पाईप, बूरा बताशा जैसी युनिट है।
रीको को विकसित होने के लिए बिजली, पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं के अलावा सुरक्षित माहौल की आवश्यकता है, जिसकी अभी कमी है
जुरहरा रीको औद्योगिक क्षेत्र विकास समिति के अध्यक्ष मनमोहन सिंह ने बताया कि, 2015 में रीको के लिए अलग 132 केवी जीएसएस तो बना लेकिन रूलर से जुडे होने के कारण पूरी सप्लाई नही मिल रही है, इससे पहले जुरहरा जीएसएस से सप्लाई दी जाती थी जिससे रीको की संचालित ईकाईयो के कार्य संचालन में बार- बार बाधा होने से कार्य समय पर नही हो पाते थे, इसके लिए 33 केवी से जीएसएस को सीधे अलग लाईन दी जाए जिसके लिए विद्युत विभाग के अधिकारियों से बात भी की है।
दूसरे पानी यहाँ खारा है, मीठे पानी की आपूर्ति युनिट मालिक अपने स्तर पर टैंकर आदि से कर रहे है, कही दूर के बोरिंग से पानी आपूर्ति की जाती थी जो फिलहाल बंद है, इसके लिए चम्बल परियोजना पर उम्मीद टिकी है, इसके लिए सम्बन्धित को अवगत कराया गया है।
अध्यक्ष ने आगे बताया कि रीको। संचालित युनिटो से सर्विस चार्ज लेती है और उसके लिए उन्हे रोड लाईट, सड़क पर्यावरण सरंक्षण, सौन्दर्यीकरण के साथ- साथ सुरक्षा का माहौल मुहैया कराना है। यदि मूलभूत सुविधाओं के साथ यहाँ सुरक्षित माहौल बनता है तो रीको यहाँ विकसित होगी, बाहर के लोग आकर उद्योग धन्धे शुरू करेगें, इससे क्षेत्र का भी विकास होगा, विगत 5-6 सालो से सरकार को समस्याओ से अवगत करा रहे है।
राजस्थान में रीको कब से
राजस्थान में उद्योग एवं खनिज विकास के लिए 28 मार्च 1969 को राजस्थान उद्योग एवं खनिज विकास निगम की स्थापना की गई। इसके बाद उद्योग को खनिज से अलग कर 1980 में राजस्थान राज्य औद्योगिक विकास व विनियोग निगम लिमिटेड रीको की स्थापना की।
रीको के कार्य
जयपुर में रीको का मुख्यालय है, राजस्थान में औद्योगिक क्षेत्रों की स्थापना एवं विकास करना, राजस्थान में लघु, मध्यम एवं वृहद उद्यमियों को दीर्घकालीन साख देना है अभी राजस्थान में 323 औद्योगिक क्षेत्र है।