चंदन तस्करों पर महुआ पुलिस की कार्यवाही: पुलिस ने 4 लोगों को किया डिटेन, 2 गिरफ्तार
तीन लोगों के कब्जे से बरामद हुए लाल चंदन को लेकर हो रही है पूछताछ,..... डीएसटी जयपुर ने भट्टा बस्ती इलाके से पकड़ा था एक आरोपी,
सीएसटी एएसआई सुनील कुमार जयपुर व डीएसटी प्रभारी कैलाश यादव के नेतृत्व में की जा रही है कार्रवाई
महुवा (दौसा/ अवधेश अवस्थी) सीएसटी और दौसा डीएसटी के साथ महुआ थाना पुलिस की टीम ने कार्रवाई करते हुए थाना इलाके में दो अलग-अलग गांव से तीन लोगों के घर से एक कुंटल चंदन की लकड़ी को बरामद कर दो जनों को गिरफ्तार किया। जानकारी के अनुसार सीएसटी आयुक्तालय जयपुर द्वारा मुखबिर के माध्यम से मिली सूचना के अनुसार चंदन की लकड़ी की तस्करी करने के मामले में कार्रवाई करने में जुटी है सीएसटी टीम जयपुर व डीएसटी टीम दौसा की टीम ने बुधवार बीती रात्रि कार्रवाई करते हुए दो लोगों को गिरफ्तार किया है
महुवाथाना अधिकारी जितेंद्र सिंह सोलंकी ने बताया कि जयपुर पुलिस आयुक्तालय के उप निरीक्षक रामचंद्र को सूचना मिली कि महुआ थाना इलाके में चंदन की लकड़ी की तस्करी की जा रही है जिसे लेकर अलग-अलग टीम गठित की और पूरन सैनी निवासी अनछापुरा, मुकुट पुत्र बाबूलाल मीना निवासी सिन्दूकी पुलिस थाना महवा को अवैध रूप से चन्दन की लकड़ीयो की अवैध रूप से तस्करी किए जाने के मामले में गिरफ्तार कर लिया। जबकि भीम सिंह मौके से फरार हो गया। बताया गया कि जयपुर भट्टा बस्ती से तस्करी के एक सरगना को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया और उसकी निशान देही पर यह कार्रवाई की गई। पुलिस ने एक क्विंटल से अधिक चंदन की लकड़ी से बरामद की है। लकड़ी की कीमत 35 से 40 हजार रुपए प्रति किलो बताई गई है। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किया लोगों को जयपुर में बैठे सरगना से चंदन की लकड़ी मिलती थी और वे यहां इसकी बिक्री करते थे। इस दौरान महुवा थानाधिकारी जितेंद्र सोलंकी, रामचंद्र, बने सिंह, महेश, वीरेंद्र, भागचंद व डीएसटी टीम के कैलाश चंद्र, प्रदीप, लोकेश, गजेंद्र, विजय, घनश्याम सहित साइबर टीम मौजूद थी।
इन तक कैसे पहुंचती थी चंदन की लकड़ी
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार तीनो आरोपी जयपुर मे साहिल पुत्र खुर्शीद पठान मुसलमान निवासी न्यू संजय नगर शास्त्री नगर जयपुर से चुरायी हुयी चन्दन की लकडिया सस्ते दामो मे खरीद कर चन्दन की लकडियो की तस्करी करते है जिससे हमको मोटा मुनाफा हो जाता है। साहिल चन्दन की लकड़ियो को प्रतापगढ़-चित्तौडगढ की तरफ के जंगलों से चोरी करके लेकर आता है और इन्हें सप्लाई करता है।