ककराणा में सांवरमल खटाणा ओर ग्यारशी लाल खटाणा ने लाडो को घोड़ी पर बैठाकर निकाली बिन्दौरी
उदयपुरवाटी / चंवरा (सुमेर सिंह राव)
अब बेटियों को भी बेटों के समान समझा जाने लगा हैं. जो देश व समाज के लिए अभिनव पहल हैं ऐसा ही बेटा बेटी समानता का सन्देश देने का प्रयास किया है वर्तमान में बेटियों के प्रति समाज में जागृति आई हैं अब बेटियों को भी बेटों के समान समझा जाने लगा हैं
ककराणा गांव के कालरिया की ढाणी में खटाणा परिवार के सांवर मल और ग्यारशीलाल खटाणा ने अपनी लाडो तेजस्वी और साक्षी की घोड़ी पर बैठाकर बिन्दोरी निकाली है। चिड़ावा से आज बारात आयेगी बुधवार की शादी होगी मीना समाज के अध्यक्ष सुरेश मीना किशोरपुरा,गुर्जर समाज के राजेश खटाणा किशोरपुरा,पूर्व सरपंच शीशराम खटाणा,बनवारी लाल खटाना पवन खटाना,शीशराम सैनी दिल्ली पुलिस,सुभोद कुमार सैनी,ख्याली राम गठीला सहित कई लोगो ने इस अनूठी पहल की तारीफ की है।