महंगाई का डंक, जनता पस्त; आसमान छूने लगे सब्जियों के दाम
लक्ष्मणगढ़ (अलवर /कमलेश जैन) सब्जियों के दाम आसमान छूने लगे। दाम बढ़ने के पीछे पानी की कमी बताई जा रही है। सब्जी विक्रेता लोकेश प्रजापत ने बताया कि मंडी में भी कम सब्जी पहुंच रही है। कुछ दिनो में आलू टमाटर व प्याज के दाम और अधिक बढ़ सकते हैं। लगातार बढ़ रही महंगाई का सबसे बड़ा असर गरीब व सामान्य परिवारों पर पड़ रहा है।
यही नहीं, कई सब्जियों के दामों में अभी और अधिक उछाल देखने को मिल सकता है। स्थानीय सब्जी मंडी में अधिकांश सब्जियां बाहर से आ रही है ।लेकिन पिछले एक सप्ताह से सब्जियों के दामों ने आम जन की जेब ढीली कर दी है।
पाव भर खरीद रहे सब्जी।
सब्जियों के बढ़ रहे दाम का असर नागरिकों की थालियों में दिखने लगा है। सब्जी विक्रेताओं ने बताया कि महंगाई के कारण अधिकांश ग्राहक पाव भर सब्जी ही खरीद रहे हैं। महंगी सब्जियों से लोगों को कब राहत मिलेगी, इस बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता। इधर, गृहणियों ने सब्जियों के दाम बढ़ने पर थाली में सब्जी की मात्रा में कटौती करनी शुरू कर दी है। अधिकांश गृहणियां बाजारू सब्जी के अलावा घर से निर्मित ही सब्जियों का इस्तेमाल कर काम चलाने लगी हैं।सब्जियों के बढ़ते दाम पर स्थानीय ओम प्रकाश का कहना है कि सब्जियों के दाम अधिक होने की वजह से लोग कम सब्जियों का उपयोग कर रहे हैं. दाम इतना हो गया है कि खरीदना मुश्किल हो रहा है।, जहां ₹100 में 1 थैला सब्जियां हो जाया करती थी। जो कि चार-पांच दिन आराम से चलती थी। सब्जियों के दाम अधिक होने की वजह से कम खरीदना पड़ रहा है। कोई भी सब्जी ₹30 से ₹50 से नीचे नहीं है। जबकि किसानो का कहना है कि खेतों में सब्जियां लगाई गई हैं। लेकिन पानी की किल्लत की वजह से सब्जियां कम हो रही हैं।