भारत रत्न से सम्मानित सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर की द्वितीय पुण्य तिथि पर इल्मस म्यूजिक लवर्स ने उनके गाए गीतों से दी स्वरांजली
खैरथल (हीरालाल भूरानी) भारत की स्वर कोकिला भारत रत्न से सम्मानित सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर की द्वितीय पुण्य तिथि पर इल्मस म्यूजिक लवर्स ने उनके गाए गीतों से स्वरांजली दी । इंडिया इंटरनेशनल म्यूजिक लवर्स सोसायटी के अध्यक्ष डॉ सतीश शर्मा ने सभी का स्वागत किया और महासचिव कुंज बिहारी लाल ने लता मंगेशकर के गाए गानों और जीवनी पर प्रकाश डाला ।संगीत प्रेमियों ने स्वर कोकिला लता मंगेशकर के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर दो मिनट का मौन रखा और आत्म शांति की प्रार्थना की। इसके बाद सबने एक से बढ़कर एक लता मंगेशकर के गाए गीतों से स्वरांजली दी ।
ऊषा मित्तल ने मैं तो तुझ संग नैन मिलाकर और विजय हलदानिया के साथ ये रात भीगी भीगी गाया । रश्मि मिश्रा जा रे जा उड़ जा रे पंछी और कुंज बिहारी लाल के साथ मुझे तेरी मोहब्बत का तथा डॉ सतीश शर्मा विजय हलदानिया के साथ तेरे लिए हम हैं जीए तालियां बटोरी । अशोक दरियानानी ने लग जा गले और दिल हुम हूम करे और संस्थापक डॉ लाल थदानी ने बहारों मेरा जीवन सवारों सुनाकर कार्यक्रम को ऊंचाई प्रदान की । हेमचंद गहलोत ने आपकी आंखों में कुछ महके हुए से राज हैं , मीना कंजानी ने डॉ सतीश शर्मा के साथ इक प्यार का नगमा है और गोपेंद्र सिंह राठौड़ के साथ जब याद आए बहुत याद आए, श्याम पारीक दिल तो है दिल क्या कीजे, अनूप गौड़ मेरे नैना सावन भादों, नीरज मिश्रा दूरी न रहे कोई , कुम कुम जैन आपकी नजरों ने समझा, राकेश गौड़ किसी राह में किसी मोड़ पर लता शर्मा ये समां समां है ये प्यार का, मीना खियालानी ये मुलाकात इक बहाना है, ने भी अपने अंदाज से गाने गाकर प्रभावित किया । अंत में गौड़ बंधुओं द्वारा कुंज बिहारी लाल के ग्रह प्रवेश पर गणेश लक्ष्मी जी की चांदी की मूर्ति भेंट कर बधाई दी ।