किसानों की आय बढ़ाने को लेकर नौगांवा कृषि विज्ञान केन्द्र पर दो दिवसीय फसल विविधीकरण प्रशिक्षण शिविर का हुआ समापन
फसल विविधीकरण हेतु कृषको एवं कृषि प्रसार के लिए दो दिवसीय प्रशिक्षण संपन्न
रामगढ़ (अलवर) भारतीय कृषि की उत्पादकता एवं किसानों की आय को बढ़ाने में फसल विविधिकरण की अहम एवं विशिष्ट भूमिका है। इसी तथ्य को रेखांकित करते हुए भारत सरकार के श्री करण नरेंद्र कृषि विश्वविद्यालय के संघटक राजस्थान कृषि अनुसंधान संस्थान दुर्गापुरा पर संचालित अखिल भारतीय समन्वित कृषि प्रणाली अनुसंधान परियोजना के तत्वाधान में कृषकों एवं कृषि प्रसार अभिकर्ताओं एवं इनपुट डीलर्स हेतु पृथक पृथक दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन कृषि विज्ञान केंद्र नौगांव अलवर पर दिनांक 26 व 27 फरवरी 2024 की अवधि के दौरान किया गया। उल्लेखनीय है कि उक्त प्रशिक्षण भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के मोदीपुरम मेरठ स्थित भारतीय कृषि प्रणाली अनुसंधान संस्थान द्वारा वित्त पोषित फसल विविधीकरण हेतु पॉयलेट प्रोजेक्ट के अंतर्गत किए गए। कृषि प्रसार अभिकर्ताओं मे राजस्थान सरकार के कृषि विभाग के सहायक कृषि अधिकारी और कृषि पर्यवेक्षक स्तर के कार्मिकों ने भाग लिया एवं कृषकों के प्रशिक्षण में संपूर्ण अलवर जिले के विभिन्न क्षेत्रों से आए हुए 30 कृषकों ने भाग लिया प्रथम दिवस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. एस. एस. यादव, अधिष्ठाता कृषि महाविद्यालय नौगांव ने अलवर जिले में कृषि परिदृश्य पर प्रकाश डालते हुए फसल विविधीकरण को वर्तमान कृषि की आवश्कता बताया। डॉ. राकेश सम्मौरिया, मुख्य सस्य वैज्ञानिक एवं कार्यक्रम समन्वय रारी दुर्गापुरा जयपुर ने फसल विविधीकरण के महत्व पर प्रकाश डालते हुए वर्तमान परिदृष्य में फसल विविधीकरण की आवशकता के बारे में जानकारी दी।
डॉ. ओ.पी. मीणा, सस्य वैज्ञानिक रारी दुर्गापुरा ने विभिन मौसम में फसल विविधीकरण विषय पर व्याख्यान दिया । डॉ. प्रतिभा सिंह मृदा वैज्ञानिक, रारी दुर्गापुरा ने समन्वित कृषि प्रणाली के महत्व को बताते हुए मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन विषय पर विचार व्यक्त किये। डॉ. हंसराम माली सस्य वैज्ञानिक कृषि विज्ञान केंद्र नौगांव अलवर ने जिले में विभिन्न फसलों की सस्य क्रियाओ के बारे में जानकारी दी। डॉ. विकास कुमार आर्य सहायक आचार्य कृषि विज्ञान केंद्र नौगांव ने फसल विविधीकरण के अंतर्गत नई उद्यान की फसलों के बारे में जानकारी दी। डॉ. सुमन खंडेलवाल वैज्ञानिक कृषि विज्ञान केंद्र नौगांव ने विभिन्न फसलों के पोषण महत्व पर प्रकाश डालते हुए खाद्य प्रसंस्करण पर महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की। कार्यक्रम का संचालन डॉ. प्रतिभा सिंह मृदा वैज्ञानिक रारी दुर्गापुरा द्वारा किया गया एवं शिव प्रसाद दरोगा, वरिष्ठ अनुसंधान अध्येता रारी दुर्गापुरा ने प्रशिक्षण कार्यक्रम में सहयोग किया। डॉ. पूनम प्रजापति, वैज्ञानिक कृषि विज्ञान केंद्र नौगांव ने कृषि विस्तार विधियों की जानकारी दी। डॉ. सुभाष चंद्र यादव, कृषि विज्ञान केंद्र नौगांव ने समापन समारोह की अध्यक्षता करते हुए वर्तमान फसल प्रणाली एवं उत्पादकता विषय पर प्रकाश डाला एवं कृषको को बेहतर खुशहाल बनाने का आवहान किया। श्री पवन यादव सहायक निदेशक कृषि विस्तार अलवर कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि रहे। इस दौरान कार्यक्रम में श्री विनोद कुमार कृषि अधिकारी, श्रीमती प्रियंका मीना कृषि अधिकारी, कृषि विज्ञान केंद्र नौगांव के कर्मचारी गण एवं कृषि महाविद्यालय के शैक्षणिक एवं अन्य कर्मचारी गण भी उपस्थित रहे।