गोविंदगढ़ में महंगाई राहत कैंप के औचक निरीक्षण के लिए पहुंचे अलवर जिला कलेक्टर:मिली खामियां
राजस्थान सरकार के द्वारा आमजन को महंगाई से राहत प्रदान करने के लिए महंगाई राहत कैंप के आयोजन ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में किए जा रहे हैं औचक निरीक्षण के लिए अलवर जिला कलेक्टर डॉ जितेंद्र कुमार सोनी गोविंदगढ़ पहुंचे थे जहां उन्हें शिविर में खामियां मिली शिविर नगर पालिका गोविंदगढ़ के द्वारा लगाया गया था और शिविर में व्यवस्थाओं के लिए टेंडर प्रक्रिया के तहत कार्य दिए गए थे लेकिन शिविर में लोगों को बैठने की व्यवस्था, पानी की सुविधा, हेल्पडेस्क की सुविधा जैसी मूलभूत सुविधाएं नजर नहीं आने पर जिला कलेक्टर ने तत्काल आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए
गोविंदगढ़ अलवर
गोविंदगढ़ नगर पालिका क्षेत्र में आयोजित महंगाई राहत शिविर की खुली पोल जिला कलेक्टर डॉ जितेंद्र सोनी औचक निरीक्षण के लिए गोविंदगढ़ कस्बे पहुंचे। जहां उन्हें कस्बे में प्रवेश करते ही कस्बे की सबसे बड़ी समस्या जाम से सामना करना पड़ा और पुरानी तहसील स्थित महंगाई राहत शिविर में पहुंचने दौरान उनकी गाड़ी कई स्थानों पर अटक गई। इसके अलावा सड़क मार्ग पर गंदगी के ढेर लगे होने पर नगर पालिका ईओ को आवश्यक निर्देश दिए।
शनिवार को गोविंदगढ़ नगर पालिका क्षेत्र के पुरानी तहसील स्थित महंगाई राहत शिविर में अलवर जिला कलेक्टर डॉ जितेंद्र सोनी औचक निरीक्षण के लिए पहुंचे। जहां शिविर में व्यवस्थाओं को देखकर उन्होंने नाराजगी जाहिर की जहां पर हेल्प डेस्क का बैनर नजर आया लेकिन हेल्पडेस्क नजर नहीं आई वही शिविर में निरीक्षण के दौरान लाभार्थी फर्श पर बैठे हुए नजर आए जिन्हें इस प्रकार जमीन पर बैठे देखने पर जिला कलेक्टर ने बैठने की व्यवस्था के लिए कुर्सियां भी कम होने पर नाराजगी जाहिर की और नगरपालिका ईओ प्रहलाद मीणा से बैठने के लिए कुर्सियों की उचित व्यवस्था नहीं होने का कारण पूछा। जिस पर नगरपालिका ईओ प्रहलाद मीणा सिर्फ बगले ही झांकते नजर आए। सरकार के द्वारा शिविरों में लाखों रुपए की लागत लगाकर आमजन को लाभ प्रदान करने की कोशिश की जा रही है लेकिन यहां पर लापरवाही किए जाने से आमजन को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
रविवार के अवकाश का बैनर आगे लगाए जाने के लिए कहा क्योंकि शिविर में 1 प्रिंट आउट लगाकर यह जानकारी आमजन को दी जा रही थी। शिविर में लाभार्थियों को योजना गारंटी कार्ड भी पूरे उपलब्ध नहीं कराए जा रहे थे। हैरत की बात तो यह थी कि इस गर्मी के माहौल में पीने के पानी की व्यवस्था भी वहां पर नहीं थी जिससे वहां पर खामियां ही खामियां नजर आ रही थी राजस्थान सरकार ने विशेष सुविधाओं के लिए निविदा जारी कर टेंडर जारी किए गए थे जिससे की आम आदमी को सुविधाएं प्रदान की जा सके लेकिन शिविर में यह सब कहीं भी नजर नहीं आ रहा था
जिलाधीश अलवर डॉ जितेंद्र सोनी ने मौके पर तत्काल उपखंड अधिकारी सुशीला मीणा एवं नगरपालिका ईओ प्रहलाद मीणा को बुलाए जाने के लिए कहा और इनके वहां पहुंचने पर जिला कलेक्टर के द्वारा उन्हें तत्काल शिविर में मिली खामियों को दुरुस्त करने के आदेश दिए गए जिसमें लाभार्थियों को उचित कुर्सियों की व्यवस्था रखने हेल्प डेस्क लगवाए जाने शिविर में रविवार के अवकाश का बैनर लगवाया जाने के निर्देश दिए।
वहीं जिला कलेक्टर अलवर के शिविर से निकलते ही बारिश शुरु हो गई जहां पर शिविर में मौजूद लोगों को इधर उधर भाग कर तहसील के पुराने भवन में शरण लेनी पड़ी। शिविर में काम कर रहे कर्मचारियों को भी कंप्यूटर प्रिंटर लेकर इधर-उधर भाग कर सामान रखना पड़ा- जिससे शिविर की इंतजामों की कलई खुल गई
शिविर में निरीक्षण के दौरान उपखंड अधिकारी सुशीला मीणा, नगरपालिका ईओ प्रहलाद मीणा, निजी सहायक अंकित सपड़ा, थानाधिकारी गोविंदगढ़ ताराचंद शर्मा मौजूद थे