प्यार का दुश्मन बना भाई: कुल्हाड़ी से काटकर बहन को उतारा मौत के घाट
लखनऊ (शशि जायसवाल) अभी तक आपने रील लाइफ में भाई को प्यार का दुश्मन बनते भाई को देखा और सुना होगा, लेकिन आजमगढ़ में रियल लाइफ में ऐसी ही एक सनसनीखेज वारदात सामने आई है. जिले के रौनापार थाना क्षेत्र के एक गांव में कलयुगी भाई अपनी बहन के प्यार का दुश्मन बन बैठा. भाई ने बहन को कुल्हाड़ी से काटकर मौत के घाट उतार दिया. मामला उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले की रौनापार थाना क्षेत्र के रामनगर कुकरौछी गांव में एक भाई प्रमोद यादव ने शनिवार की रात बहन सिंधु (22 वर्ष) की कुल्हाड़ी से काटकर निर्मम हत्या कर दिया। घटना का कारण मोबाइल से बात करना रहा। पुलिस ने रविवार को शव अपने कब्जे मे लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजते हुए पिता की तहरीर पर हत्यारे भाई के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। वहीं हत्यारे भाई ने थाने पहुंचकर खुद ही अत्म समर्पण कर गिरफ्तारी दी।
मिली जानकारी के अनुसार सिंधु का गांव के ही एक लड़के से प्रेम प्रसंग कुछ दिनों से चल रहा था. दोनों के बीच प्यार ऐसा परवान चढ़ा कि दोनों एक दूसरे से चोरी छिपे मिलने लगे. यह बात धीरे-धीरे गांव के अलावा सिंधु के भाई प्रमोद यादव को भी चली. इसके बाद प्रमोद यादव बार-बार अपनी बहन को उस लड़के से मिलने से मना करता था. लेकिन बहन सिंधु अपने प्रेमी से मिलना जुलना बंद नहीं किया. इसी बात को लेकर दोनों में कहासुनी हुई। जिसमें प्रमोद ने मेरी लड़की सिंधु के सिर पर कुल्हाड़ी मार दिया। जिससे उसकी मौत हो गई
मृतका सिंधु के पिता रामकुमार यादव पुत्र त्रिलोकी यादव पुलिस को दी तहरीर में बताया कि मेरी बेटी सिद्धू चोरी-छिपे किसी से बात करती थी। कई बार मना किया गया नहीं मानती थी। इसी बात को लेकर मेरे लड़को प्रमोद यादव ने बेटी सिद्धू से 27 मई को रात करीब 8:30 बजे पूछ रहा गुस्सा आया और यह घटना हो गई। था कि किस से बात करती हो।
पुलिस अधीक्षक अपराध संजय कुमार ने बताया कि पिता की तहरीर पर पुलिस ने हत्यारे भाई के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। पुलिस फरार भाई को तलाश करती उससे पहले ही उसने थाने में पहुंचकर आत्मसमर्पण कर दिया। पुलिस ने आरोपी भाई को गिरफ्तार कर लिया। आगे की कार्रवाई की जा रही है। प्रमोद चार भाई विनोद, प्रमोद, अरविंद और प्रवीण हैं। इसके अलावा उसकी दो बहने भी है। जिसमें बड़ी बहन बिंदू की शादी हो चुकी है। पिता घर पर रहते हैं और माता पहले ही मर चुकी है।
हत्यारे भाई प्रमोद का कहना है कि बहन सिंधु को कई बार मना किया लेकिन वह नहीं मानती थी। गुस्से में आकर उसे मार दिया। उसने बताया कि हम चंडीगढ़ रहते थे। 27 तारीख को बहन के लिए लड़का देखने गोरखपुर आया था। शादी तय करने वाला था। घर आया तो वह मोबाइल से किसी से बात कर रही थी। पूछने पर बहस करने लगी। दोनों में कहासुनी हुई जिसमें प्रमोद सिंधु के सिर पर कुल्हाड़ी मार दी जिससे उसकी मौत हो गई