भगवान अजीतनाथ का मोक्ष कल्याणक पर्व मनाया, अहिंसा धर्म सबसे उत्कृष्ट धर्म: यशस्विनी माताजी
मकराना (नागौर, राजस्थान/ मोहम्मद शहजाद)। शहर के वसुंधरा नगर श्री चंद्रप्रभु दिगंबर जैन मंदिर में दिगंबर जैन समाज के लोगों द्वारा भगवान अजीतनाथ भगवान का मोक्ष कल्याणक पर्व मनाया गया। प्रातः जैन समाज के श्रद्धालुओं द्वारा प्रभात फेरी निकाली गई उसके बाद श्रीजी का अभिषेक, शांतिधारा व आरती की गई। अजीतनाथ भगवान के मोक्ष कल्याणक पर्व पर श्री जी के लड्डू चढ़ाया गया व सभी समाज के लोगों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया।
यहां विराजमान आर्यिका गणिनी श्री 105 यशस्विनी माताजी ने अपने प्रवचन में बताया कि अहिंसा धर्म सबसे उत्कृष्ट धर्म है, मंगलमय है। उसे देवलोक भी नमस्कार करते हैं। अहिंसा धर्म तप धर्म भी है इसलिए देवता भी इसे नमन करते हैं। हिंसा में पाप है, अहिंसा में धर्म है। दया धर्म है। धर्म कोई कठिन वस्तु नहीं है। वात्सल्य करुणा मैत्री भाव इनके द्वारा पाप रूपी विपत्ति भी नष्ट हो जाती है। धर्म को संस्कृति से जोड़ने पर निखार आता है किंतु आज हमारी संस्कृति विकृत होती जा रही है जिसका बेटी और रोटी व्यवहार शुद्ध है उसका जीवन शुद्ध है। वह भारतीय संस्कृति के अनुसार अपना जीवन व्यतीत करते हैं।
इस दौरान वसुंधरा नगर विकास समिति अध्यक्ष सुनील कुमार जैन, मंदिर कमेटी अध्यक्ष संदीप गोधा, नितेश जैन, विभोर जैन, प्रकाश डोसी, अंशुल पहाड़िया, योगेश पहाड़िया, डॉ प्रमोद जैन, सुनील जैसवाल, डिंपल जैन, अनिल जैसवाल, सुबोध जैन, पवन बज, अशोक बज, कमल कुमार पहाड़िया, सचिन गंगवाल, रिखब भण्डारी, सुशीला गोधा, मैना देवी पहाड़िया, उषा पहाड़िया, मंजू बड़जात्या, मनीषा डोसी, निकिता बड़जात्या, नवीन जैन, आरती जैन, ममता जैन, कांता भण्डारी आदि श्रद्धालु उपस्थित थे।