मुख्यमंत्री द्वारा बजट घोषना की राशि अन्य जगह लगाने का भेजा प्रस्ताव,प्रतिपक्ष नेता नाराज़
सादडी,पाली (बरकत खां)
सादडी नगर नगर पालिका मे भ्रष्टाचार शर्म सीमा पार कर रहा है।देखिये नगर पालिका प्रशासन सादडी जनता का पैसा किस जगह पर लगा रही है।जिसका जिता जागता सबूत है यह प्रस्ताव।जो सार्वजानिक निर्माण विभाग को बिना उपयोग सम्पर्क सडक के निर्माण के लिए नगर पालिका द्वारा बनाकर भेजा है।सुत्रो के अनुसार मुख्य मंत्री अशोक गहलोत के कार्यकाल मे सादडी नगर पालिका को कुल चौदह करोड पच्चास हजार रुपए सादडी सौंदर्य करण के लिए दिये गये थे।नगर पालिका प्रशासन इन पेसो का दुरुपयोग करते हुए ग्रामीण क्षेत्र की सडको को सुधारने के लिए प्रस्ताव बना कर सार्वजानिक निर्माण विभाग को भेजा है।जो इस प्रकार है।राजपुरा से माण्डीगढ(2250 मीटर)अनुमानित लागत 90लाख रुपए।गुडा जाटान से जोबा 1500 मीटर जिसकी अनुमानित लागत 1करोड 25 लाख रुपए।चामुण्डा माता सम्पर्क सडक राजपुरा- माण्डीगढ सडक तक 1600 मीटर जिसकी लागत 40 लाख रुपए,गुडा जाटान-माणडीगढ सम्पर्क सडक से थानावरली 1000 मीटर लागत 40 लाख यह पैसा सादडी जनता का ग्रामीण क्षेत्र मे विकास के नाम पर लगातार रहा है।जबकी यह सभी सडके दुरुपयोगी व बहुत कम लोगो का आवागमन वाली सडके है।जबकि सादडी की सुन्दरता के लिए प्रस्ताव भेजना था।राजस्थान सरकार द्वारा भेजे गये जनता के पेसो का इस तरह दुरुपयोग होते देख प्रतिपक्ष नेता राकेश मेवाडा ने नाराजगी जताई है।कहीं जनप्रतिनिधियों को इसकी जानकारी नहीं है। हाल ही मे मुख्य मंत्री अशोक गहलोत की कांग्रेस सरकार ने छ: करोड़ रूपए स्वीकृत किए गए।जो सादड़ी नगर पालिका क्षेत्र की सुंदरता के लिए दिये गये है।लेकिन भाजपा शासित बोर्ड नगर पालिका सादडी ने विधान सभा चुनाव को देखते हुए यह पैसा जानबूझकर ग्रामीण क्षेत्र मे लगाया गया ताकि विधायक के नाम का विकास जनता को बता सके।जबकि सादडी की जनता मुह ताक रही है। कांग्रेस नेताओं को मुख्य मंत्री अशोक गहलोत द्वारा बजट घोषणा में सादड़ी नगर की सुंदरता के लिए प्रस्ताव सार्वजानिक निर्माण विभाग को भेजना था जो सादड़ी की सड़कों का नवीनीकरण करवाने और सुंदरता के लिए वो नहीं कर सार्वजनिक निर्माण विभाग एईएन किस्तुर चंद सुथार ने अनदेखी कर जिस जगह रोड़ क्षतिग्रस्त हुई वहा का प्रस्ताव नहीं भेज कर दूसरी जगह का प्रस्ताव बना कर भेजा गया। जब सार्वजानिक निर्माण विभाग एईएन किस्तुर चंद सुथार से जानकारी ली तो बताया कि इसके बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं थी। जब सादड़ी की मुख्य सड़कों का नवीनीकरण किया जाना चाहिए था। वो तो जैसी है वैसी ही हैं। लेकिन जहां पर लोगों का आवागमन भी बहुत कम होता है। वहा की सड़कों का नवीनीकरण करवाने का प्रस्ताव बना कर भेजा गया। इस लापरवाही का कारण है। सार्वजानिक निर्माण विभाग के एईएन किस्तुर चंद सुथार जो बड़ी लापरवाही से प्रस्ताव भेजा। सिर्फ परशुराम महादेव जानें वाली सड़क क्षतिग्रस्त हुई हैं। उसका नवीनीकरण करवाना चाहिए था।