स्वास्थ्य विभाग की बड़ी अनदेखी के कारण भगवान भरोसे सरकारी अस्पताल: बिना डॉक्टर कैसे मिले उपचार, मरीज परेशान
CHC में 5 डॉक्टरों के है पद, 5 में से मात्र एक डॉक्टर ही है नियुक्ति, नियुक्ति डॉक्टर भी मेडिकल अवकाश
जिला स्वास्थ्य विभाग की बड़ी अनदेखी, पद रिक्त होने पर हो रही है दिक्कत, भगवान भरोसे गजसिंहपुर का सरकारी अस्पताल, एक डॉक्टर के भरोसे सरकारी अस्पताल, स्वास्थ्य विभाग नहीं ले रहा संवेदनशील क्षेत्र की नही है सुध,
100 गांव के लोगों को हो रही परेशान परेशानी, 100 गाँवो के लिये महत्वपूर्ण गजसिंहपुर स्वास्थ्य केंद्र आज खुद वेंटिलेटर पर चलता हो रहा प्रतीत
स्वास्थ्य व चिकित्सा सेवा के बड़े बड़े दावों की हकीकत आई सामने, स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर सरकार व जनप्रतिनिधि मौन,
गजसिंहपुर (श्रीगंगानगर, राजस्थान/ फतेह सागर) गजसिंहपुर का राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र 100 गाँवो के लिये महत्वपूर्ण माना जाता है ऐसे में स्वास्थ्य केंद्र खुद वेंटिलेटर पर चलता प्रतीत होता नजर आ रहा है, बता दें कि इस स्वास्थ्य केंद्र में 5 डॉक्टरों के पद है जिसमें से मात्र एक डॉक्टर की नियुक्ति और वह भी मेडिकल अवकाश पर चल रहा है ऐसे में इस स्वास्थ्य केंद्र में अन्य स्थानों से 2-2 दिन के लिये 1 चिकित्सक को लगाया गया है,स्वास्थ्य व चिकित्सा सेवा के बड़े बड़े दावों की हकीकत की पोल खुलती हैं हुई नजर आई, यहां का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की ओर न सरकार का ध्यान है और न जनप्रतिनिधियों का न सत्ता का न विपक्ष का, नतीजन गजसिंहपुर व आसपास के करीब 100 गाँवो के आम लोग परेशान, आक्रोशित व निराशा में है
लोगों का कहना है कि जब उन्हें चिकित्सा जैसी अति आवश्यक सेवा भी सही ढंग से उपलब्ध करवाने में सरकार व उसके नुमाइंदे बुरी तरह नाकाम साबित हो गई है, जानकारी के अनुसार इस चिकत्सालय में चिकित्सा अधिकारियों के 5 पद स्वीकृत है जिनमे मात्र एक डॉक्टर की नियुक्ति है और वह भी 16 फरवरी तक मेडिकल अवकाश पर है ,ऐसे में विभाग द्वारा सप्ताह में 2 दिन के लिये राजपुरा पी एच सी के चिकित्सक, दो -दो दिन के लिये बिंझवायला के 2 चिकित्सकों को बारी बारी से यहाँ सेवा देने के लिये निर्देश दे रखे है, दूरी होने के कारण कई बार इन्हें यंहा समय पर पहुंचने में भी देरी होती है तो मरीजो को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है,
रात्रि को यहां किसी चिकित्सक की व्यवस्था नही है, इस चिकित्सालय में अन्य स्टाफ सहित 9 पद रिक्त पड़े है, आम लोगों का कहना है कि कोई भी जनप्रतिनिधि आम लोगो को हो रही परेशानी को समझ नही पा रहा है, यंहा श्रीकरणपुर व रायसिंहनगर विधानसभा क्षेत्र के ग्रामीण इलाज के लिये आते है मगर ऐसे में इस चिकित्सालय को खुद इलाज की जरूरत है।