श्रीमद्भागवत कथा में कंस वध और रुक्मणि विवाह की जीवंत झांकियों में झूमे श्रोता
खैरथल (अलवर, राजस्थान) स्थानीय झूलेलाल मंदिर में भीषण ठंड के बावजूद श्रीमद्भागवत कथा में श्रद्धालु श्रोताओं की आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। बुधवार को कथा के षष्ठम दिवस कथा पाठन के साथ रासलीला,कंस वध और रुक्मणि विवाह की जीवंत झांकियों को संगीतबद्ध प्रस्तुति पर श्रोता मंत्रमुग्ध हो कर कभी झूमते तो कभी ह्रदय विदारक वर्णन पर आंखें नम हो जाती। माताओं ने रुक्मिणी विवाह में कन्यादान की रस्म अदायगी की। वहीं भगवान कृष्ण की रासलीला की जीवंत झांकी की पर श्रोता मंत्रमुग्ध हो कर नाचने लगे।वृंदावन धाम से आए कथावाचक सच्चिदानन्द महाराज ने श्रीमद्भागवत कथा के 18 अध्यायों का सार बताते हुए प्रेम की शक्ति एवं महिमा भी बताई। इस अवसर पर पूज्य सिन्धी पंचायत के जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश रोघा, मुंडावर के संत चेला राम रोघा, खैरथल नगरपालिका के पूर्व चेयरमैन सुभाष जांगिड़,सोनी समाज के नेता लक्ष्मण सोनी, झूलेलाल मंदिर के महंत शीतलदास लालवानी, बाबा दयालदास प्रदनानी, वरिष्ठ पत्रकार प्रहलाद मंगलानी, पत्रकार हीरा लाल भूरानी, प्रमोद केवलानी, सिन्धी समाज की मुख्यांणी जमुना देवी, यशोदा मंगलानी सहित विशिष्ट लोग मौजूद रहे।संयोजक बालानी परिवार की ओर से प्रसाद वितरण किया गया। संचालक नारायण बालानी, भगवान बालानी,दिलीप बालानी, गोपाल बालानी,देवी भगत ने व्यवस्थाओं में सहयोग किया।न प्रतिदिन दोपहर 2 बजे से पांच बजे तक श्रीमद्भगवद्ग गीता का संगीतमय पाठन किया जा रहा है। गुरुवार को समापन हैं।