किन्नर योग TTC के प्रथम चरण मे बूंदी में किन्नर समाज ने भीमलत में ध्यान योग का किया अभ्यास
युज्यते अनेन इति: योग: योग वो है जो जोड़ता है, आत्मा को परमात्मा से, मनुष्य को प्रकृति से।
बूंदी / रवि गौतम :- बूंदी में किन्नर समाज ने भीमलत में ध्यान योग का अभ्यास किया, किन्नर योग TTC के प्रथम चरण मे अंतराष्ट्रीय योग गुरु नवीन मेघवाल ने किन्नरों को योग के माध्यम से प्रकृति से जुड़ने का अभ्यास सिखाया। अपनी तरह के एशिया के पहले और अनूठे योग प्रशिक्षण कोर्स में पूरे भारत से आए क़रीब 100 किन्नर हठ योग का अध्ययन कर रहे हैं।
भीमलत पर योग गुरु नवीन मेघवाल ने किन्नरों को गोधूली बेला का महत्व, प्रकृति और योग विज्ञान का सम्बन्ध और मानव शरीर पर होने वाले इसके प्रभाव को समझाया।
किन्नर योगियों ने क़रीब 2 घंटे तक इस रमणीक स्थान पर योग और ध्यान का अभ्यास किया, किन्नरों के लिए इस तरह का यह पहला अनुभव रहा।
समत्वम ट्रस्ट के तले चल रहे इस योग कोर्स में आईं किन्नर गुरु कांता बुआ और काजल दीदी के बताया की इस कोर्स के माध्यम से किन्नरों को योग में प्रक्षिशित होने का अवसर मिला है और स्वयं को स्वस्थ रखने के साथ साथ भविष्य में रोज़गार के अवसर भी प्राप्त होंगे।
समत्वम ट्रस्ट के ट्रस्टी पुनीत शर्मा ने जानकारी दी कि भीमलत के अलावा अन्य पर्यटक स्थलों पर भी किन्नरों को योग अभ्यास करवाया जाएगा।