आत्मा की उज्जवलता को प्राप्त करने का सशक्त उपाय है तपस्या - साध्वी श्री मंजूयशा
कांकरोली (राजसमन्द, राजस्थान) प्रज्ञा विहार तेरापंथ भवन युगप्रधान आचार्य श्री महाश्रमण की सुशिष्या साध्वी मंजुयशा के पावन सान्निध्य में तेरापंथ सभा की ओर से तपस्वी भाई सुरेश कुमार मोदी के मासखमण (29 दिन)की तपस्या पर अभिनंदन का कार्यक्रम आयोजित हुआ। तपस्वी भाई सुरेशकुमार, उदयपुर के है। साध्वी वृंद्द के दर्शनार्थ आये। सुश्री महक कोठारी के 15 की तपस्या एवं स्नेहा पगारिया के 9 की तपस्या पर महक के पारिवारिक बहनो एवं स्नेहा पगारिया के परिवार जनों ने मधुर गीतिका के द्वारा शुभकामना व्यक्त की।
साध्वी श्री जी ने नमस्कार महामंत्र के मंगल उच्चारण से प्रवचन प्रारंभ किया। प्रतिदिन के निर्धारित विषय- जागो माया की मीठी छुरी" उक्त विषय को बड़े सुन्दर ढंग से व्याख्यायित किया उसके बाद "तपस्वी भाई श्री सुरेश कुमार के तपस्या की हार्दिक अनुमोदना करते हुए कहा तपस्या कर्म श्रृंखला को तोड़ने का अनुपम हथोड़ा है । भगवान महावीर ने कहा-जीव अनन्त जन्म मरण करता उसका कारण है कर्मों से लिप्त आत्मा । जब तक आत्मा के कर्म चिपके रहते हैं तब तक जीव संसार में परिभ्रमण करता रहेगा। अशुभ कर्मों को दूर करने के लिए तप एक सक्षम माध्यम है।
जीवन में संयम की साधना होनी चाहिए। आगम में निर्जरा के 12 प्रकार बताए है उसमें सबसे पहला अनशन बताया गया। अनशन यानी उपवास आदि विविध तप के द्वारा अपनी चेतना को पवित्र बनाना। उन्होंने आगे कहा तपस्या वही कर सकता है जिसका संकल्पबल ,आत्मबल एवं मनोबल दृढ़ होता है वही साधक तपस्या के क्षेत्र में आगे बढ़ सकता है। सुरेशकुमार मोदी ने भी बड़े साहस एवं हिम्मत के साथ मासखमण तप तक पहुंचे है। तपस्या साथ समता भाव, स्वाध्याय सामायिक जप आदि की बड़ी जागरूकता से साधना कर रहें है। इनकी तपस्या सबके लिए प्रेरणा है और भी इस क्षेत्र में निरंतर विकास करते रहे यही मंगल कामना करते हैं। इस अवसर पर साध्वी चिन्मयप्रभा ने तपस्या का महत्व बताते हुए तपस्वी भाई को शुभकामनाएं दी।
तेरापंथ सभा की ओर से मंत्री विनोद चौरड़िया, पूर्व मंत्री हिम्मत कोठारी ने तपस्वी बहनों को साहित्य एवं पंचरंगी पट्टी पहनाकर सम्मानित किया। इस दौरान तेरापंथ सभा अध्यक्ष प्रकाश सोनी, बाबूलाल , विनोद बडाला, महिला मंडल अध्यक्ष इंद्रा पगारिया, मंत्री मनिषा कच्छारा, तेयूप अध्यक्ष निखिल कच्छारा मंत्री दिव्यांश कच्छारा आदि कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। मंगल पाठ से कार्यक्रम सानंद संपन्न हुआ।