रामगढ़ विधानसभा के हैडपंप घोटाले की जांच करने पहुंची टीम: अधिकतर हैडपंप मौके से गायब
रामगढ (अलवर,राजस्थान/ राधेश्याम गेरा) रामगढ पंचायत समिति क्षेत्र की ग्राम पंचायत चीड़वा में हैडपंप घोटाले की जांच के लिए आई टीम ने आज बहरीपुर, नाहरपुर आलमपुर में 11 हैडपंपो की जांच की जिसमें टीम को मौके पर सिर्फ 2 हैडपंप ही मिले ।
खानापूर्ति के लिए लगे हैडपंप आसानी से हटे
जांच कमेटी को दिखाने के लिए आनन फानन में हैडपंप लगाए जा रहे है। प्रथम दिवस की जांच में 24 जनवरी को अधिकारी मौके पर पहुंचे तो सिर्फ दो हैडपंप ही मौके पर मिले। नाहरपुर गांव में लोगो के हल्के से प्रयास से ही हैडपंप बाहर आ गया। जिसे देखकर जांच अधिकारी भी भौचक्के रह गए।
ग्रामीणों का कहना है की दो तीन दिनों से हैडपंप लगवाए जा रहे हैं जिसमे 2 या 3 फुट गड्ढा खोदकर हैडपंप लगाने का चबूतरा बनाया जा रहा है। और हैडपंप के नाम पर सिर्फ ऊपर का ढांचा लगाया जा रहा है। हैरानी की बात तो ये है की जब गाववालो ने कभी हैडपंप लगते हुए नही देखे तो फिर अधिकारियो ने क्या देखकर बिल स्वीकृत कर दिये।
यह खबर भी पढे - चीडवा ग्राम पंचायत के भ्रष्टाचार का मामला हुआ उजागर: अधिकारी मामले को दबाने में जुटे
पूर्व चीड़वा सरपंच वकीला के समय सिर्फ कागजों मे हैडपंप लगे। और अधिकारियो की साठगांठ के चलते हैडपंपों का भुगतान भी कर दिया गया। जांच के दौरान मौके अनेक ग्रामीण एकत्र हो गए। ग्रामीणों का कहना है की गांव का सरपंच तो कभी ग्राम पंचायत में आता ही नही। सारा कार्य सरपंच के पिता द्वारा किया जाता है और किसी भी कार्य की जानकारी पंचायत क किसी भी पंच या उपसरपंच को नही दी जाती। अधिकतर ग्रामीण पिता को ही सरपंच समझते हैं वास्तविक सरपंच जुबेर खान को ग्रामीण जानते ही नहीं।
सहायक अभियंता शबनम ने बताया कि चीड़वा ग्राम पंचायत में आज 11 हैडपंपो की जांच की गई । जिसमें मौके पर सिर्फ 2 हैडपंप चालू हालत में है। 2 हैडपंप खराब है। बाकी 7 हैडपंप मौके पर नही मिले । कुल 56 हैडपंपों की जांच की जानी है। सभी की जांच के बाद ही जांच रिपोर्ट बनाई जाएगी।