शहर की राजनीति ने जनता की उम्मीद पर फेरा पानी: अलवर की सबसे बड़ी समस्या पानी की, जिस पर सभी जिम्मेदार खामोश
वर्तमान में सिलीसेढ़ बांध से पानी लाने की योजना पर काम हो तो अलवर शहर को कुछ सालों के लिए बचाया जा सकता है।
अलवर (राजस्थान/ रितीक शर्मा) -अलवर शहर में मंत्री, विधायक और सांसद सभी इस शहर का पानी पी रहे हैं। लेकिन अभी तक कोई भी जल संकट और जल संकट के समाधान पर कोई बात नहीं कर रहा है। किसी ने भी सिलीसेढ़ से पानी लाने की और अलवर के जल स्तर को बढ़ाने की बात नहीं की है। सब के सब बस शहर की धरती को खोदकर बोरिंग करने की बात करते हैं कोई यह नहीं सोचता है कि जब धरती के नीचे पानी खत्म हो जाएगा तब कहां बोरिंग करेंगे और कहां से वाहवाही पाएंगे,,, आने वाले दिनों में अलवर जल संकट की एक ऐसी बड़ी समस्या का सामना करने जा रहा है जिसमें लोगों को दिन और रात में फर्क नहीं दिखाई देगा। दिनचर्या इस कदर बदतर हो जाएगी कि आदमी अपना सारा काम धाम छोड़कर केवल पानी भरने में ही अपना समय गुजार देगा।
लेकिन अलवर की राजनीति को यह बात ना पहले कभी समझ में आई और ना अब आएगी। क्योंकि पानी के मुद्दे पर ना तो जनता अभी जागी है और ना ही शहर के नेता,,, यदि कोई नेता जागा है तो बताइए वह कौन सा है किसने अलवर में सिलीसेढ़ बांध से पानी लाने की अभी तक बात की है शायद किसी ने दिलचस्पी नहीं दिखाई है। क्योंकि सब के सब चाहते हैं कि अलवर की जनता पानी के लिए धरने प्रदर्शन करें और दिन-रात भटकती रहे और शायद जनता भी भटकना ही चाहती है वह भी मुर्दा हो चुकी है।