जनवादी लेखक संघ अलवर ईकाई की मिटिंग नीलाभ पण्डित की अध्यक्षता मे हुई आयोजित
कविता और गज़ल पाठ में मानवीय संवेदनाओं एवं जिंदगी के यथार्थों को अभिव्यक्त किया
रैणी (अलवर, राजस्थान/ महेश चन्द मीना) अलवर ,जनवादी लेखक संघ (जलेस) अलवर इकाई की मीटिंग पूर्व प्राचार्य एवं इकाई अध्यक्ष नीलाभ पंडित की अध्यक्षता में आयोजित की गई। मीटिंग में युवा कवि एवं वाणिज्य महाविद्यालय के असिस्टेंट प्रोफेसर भागीरथ मीणा ने मानवीय संवेदनाओं से ओतप्रोत मूल्यों , स्त्री व्यक्तिव के विविध पक्ष एवं बाल सुलभ चेष्टाओं, व्यवहारों , पिता के रूप में स्वयं के अनुभवों , शिक्षा से जुड़े सवालों व जवाबों तथा मनुष्य की विवशता को अपनी कविताओं के माध्यम से व्यक्त किया।गजलकार डॉ. विलियमसन बसरा ने अपनी गजलों के माध्यम से इंसानी फितरत और जिंदगी की हकीकत , वक्त के अनुसार इंसान के बदलते हालातों , अतीत की यादों में जीवन और बुढ़ापे के अकेलेपन तथा वर्षात में प्रकृति के निखरते सौंदर्य एवं जीव जंतुओं की उमंगों को वयक्त किया।
नीलाभ पंडित ने अपनी कविता में सपनों के माध्यम से जीवन के यथार्थ सवालों को उठाया तथा संसार की प्रचलित परिभाषाओं को बदलकर मानवीय नजरिए से परिभाषित करने की भावना व्यक्त की तथा उन्होंने कटाक्ष शैली में देश के मौजूदा हालातों पर भी कविता प्रस्तुत की।इस अवसर पर समसामयिक मुद्दों पर चर्चा करते हुए जलेस के प्रांतीय अध्यक्ष एवं प्रसिद्ध साहित्यकार जीवन सिंह मानवी ने संविधान और लोकतंत्र की सुरक्षा के लिए लेखकों व शिक्षकों को गंभीर भूमिका निभाने का आह्वान किया। जलेस के सचिव डॉ भरत मीणा ने मीटिंग का संचालन किया। इस अवसर पर डॉ जगतपाल सिंह , डॉ महेश गोठवाल , किशोर कुमार इत्यादि ने भी विचार व्यक्त किए।