नागों के बम्बी की पूजा के लिए महिला श्रद्धालुओं का उमड़ा जनसैलाब
कठूमर (अलवर, राजस्थान/ अशोक भारद्वाज) कठूमर कस्बे के लक्ष्मणगढ़ रोड स्थित हॉद वाली बगीची के पीछे जंगलों में महिला श्रद्धालुओं का मंगलवार को सुबह से ही जमावड़ा शुरू हो गया जो कि दोपहर बाद शाम तक महिलाओं को जाते हुए देखा गया। इस दौरान महिलाओं के द्वारा सांपों के बम्बी पर दूध से अभिषेक कर भीगे हुए चना मूंग आदि खाद्य पदार्थों के साथ विधि विधान के साथ पूजा अर्चना की गई। और अपने परिवार व क्षेत्र में सुख शाति की कामना की गई । इस दौरान पूजन कर रही महिला श्रद्धालु डिंपल खंडेलवाल, ममता खंडेलवाल, वर्षा खण्डेलवाल, कनक खण्डेलवाल आदि ने बताया कि पौराणिक काल से भारतीय सनातन धर्म संस्कृति के अनुसार सावन मास में पंचमी को हिंदू धर्म में नाग देवता का विशेष महत्व है। नाग पंचमी के दिन सुख-समृद्धि, खेतों में फसलों की सुरक्षा के लिए नागो की पूजा की जाती है। नाग शिव शंकर के गले का आभूषण भी है और भगवान विष्णु की शय्या भी। ऐसा माना जाता है कि नाग पंचमी के दिन जो लोग रुद्राभिषेक के साथ भगवान शिव की पूजा करते हैं और रुद्राभिषेक करते हैं, उनका जीवन काल सर्प दोष के साथ समाप्त हो जाता है। और परिवार में खुशहाली रहती है।