भाई दूज पर लंबी उम्र की कामना के साथ बहिनों ने किया भाइयों के तिलक
लक्ष्मणगढ़ (अलवर /कमलेश जैन)कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि पर भाई दूज का त्योहार आज मनाया गया। रक्षाबंधन की तरह यह पर्व भी भाई-बहन के लिए बेहद खास है। इस पर्व को भैया दूज यम द्वितीया भी कहा जाता है। भाई दूज के दिन भाई को तिलक लगाने का सबसे अधिक महत्व बताया गया है।बहिनओ ने रोली और अक्षत से भाई का टीका किया। और भाइयों की लंबी उम्र की कामना की ।यह प्रथा सदियों पुरानी है। कहा जाता है कि इस दिन यदि विधि-विधान से पूजा की जाए तो जीवन भर यम का भय नहीं सताता और भाई-बहनों की कभी भी अकाल मृत्यु नहीं होती।
हिंदू धर्म में भाई दूज के पर्व को बहुत ही महत्वपूर्ण माना है। पर्व भाइयों और बहनों के बीच के प्रेम और समर्पण प्रीति का प्रतीक है। भैया दूज के पावन पर्व पर बहनों नेअपने भाई के माथे पर हल्दी और रोली का तिलक लगाया। भाइयों ने भी उपहार स्वरूप नगद राशि वस्त्र आभूषण उपहार भेंट दी।