झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ, औषधि नियंत्रक व चिकित्सा विभाग की कार्यवाही
बूंदी / राकेश नामा
बूंदी जिले में इंदरगढ़ तहसील क्षेत्र के सुमेरगंजमंडी में प्रताप सर्किल कमलेश्वर रोड , पर झोलाछाप डॉक्टर हरिओम सैनी के द्वारा पिछले दिनों 4 सितंबर सोमवार को मरीज ओम प्रकाश गुर्जर को एंटीबायोटिक इंजेक्शन मोनोसेफ 500 एमजी लगाया गया जिससे मरीज ओम प्रकाश गुर्जर की आधे घंटे पश्चात ही मौत हो गई थी, जिस पर झोलाछाप डॉक्टर द्वारा उक्त मृतक व्यक्ति ओमप्रकाश गुर्जर के शव को अपनी कार स्विफ्ट डिजायर मैं डालकर पास ही जंगल में सड़क किनारे रखकर गायब हो गया , जिस पर इंदरगढ़ पुलिस द्वारा अनुसंधान करने पर पाया कि ओम प्रकाश गुर्जर की मृत्यु झोलाछाप डॉक्टर हरिओम सैनी के द्वारा एंटीबायोटिक इंजेक्शन लगाने की वजह से ही हुई है, जिस पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा टीम बनाकर झोलाछाप द्वारा की जा रही आधुनिक चिकित्सा पद्धति से चिकित्सा अभ्यास के संदर्भ में कार्रवाई बाबत निर्देश दिए , जिस पर औषधि नियंत्रण अधिकारी बूंदी रोहिताश नागर , दिनेश कुमावत औषधि नियंत्रक अधिकारी कोटा व ब्लॉक मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सुरेश कुमार एवं चिकित्सा अधिकारी प्रभारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र इंदरगढ़ धर्मेंद्र गुप्ता, एवं रामेश्वर जाट थाना अधिकारी इंदरगढ़ उक्त झोलाछाप की क्लीनिक पर सोमवार को करवाई कि, पुलिस द्वारा उक्त क्लिनिक को अभियुक्त की उपस्थिति में खुलवाकर जांच की गई मौके पर उक्त झोलाछाप डॉ हरिओम सैनी की क्लीनिक में आधुनिक चिकित्सा पद्धति अधिनियम के तहत अवैध रूप से प्रैक्टिस करने से संबंधित उपकरण व उपयोग में ली गई एलोपैथिक औषधियां पाई गई जिनको आधुनिक चिकित्सा पद्धति अधिनियम एवं औषधि एवं प्रसाधन सामग्री अधिनियम के तहत जप्त कर मौके पर उक्त झोलाछाप डॉक्टर के पास किसी प्रकार की चिकित्सा अभ्यास करने से संबंधित कोई डिग्री नहीं पाई गई एवं उसके द्वारा किसी प्रकार का कोई भी सर्टिफिकेट प्रस्तुत नहीं किया जिसकी वजह से उक्त झोलाछाप डॉक्टर हरिओम सैनी के खिलाफ इंदरगढ़ थाने में अवैध रूप से चिकित्सा अभ्यास करने संबंधित प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करवाई गई ।
इनका कहना
जिले में अवैध चिकित्सा अभ्यास करने वाले झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी , जिससे भोली भली ग्रामीण जनता के स्वास्थ्य के खिलाफ खिलवाड़ नहीं कर सकेंगे
रोहिताश नागर
औषधि नियंत्रक अधिकारी बूंदी