सांवलिया सेठ मंदिर के कर्मचारी द्वारा नोटों की गड्डी चुराने का लाइव वीडियो भक्त ने बनाया, मामला दर्ज
चित्तौड़गढ़ (राजस्थान/ बद्रीलाल माली) भादसोड़ा स्थित श्रीसांवलिया जी मंदिर के प्राकट्य स्थल में आज चतुर्दशी पर भंडारा खोला गया। दान राशि की गिनती के लिए रुपयों को नीचे दरी में रखा जाना था। दौरान एक कर्मचारी ने रुपयों की गड्डी चुरा ली। पहले से वीडियो बना रहे एक श्रद्धालु ने रुपए चोरी करते हुए देख लिया। श्रद्धालु ने अपना वीडियो जारी जारी रखा। इस मामले में मंदिर प्रशासन को भी जानकारी दी। मंदिर प्रशासन ने कर्मचारी के जेब से 41 हजार रुपए भी बरामद किए। मंदिर प्रशासन की ओर से भादसोड़ा थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई गई। भादसोड़ा चौराहे पर स्थित श्री सांवलिया सेठ के प्राकट्य स्थल मंदिर में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी के दिन शनिवार को दानपात्र (भंडार) खोला गया। मंदिर परिसर में ही दानराशि की गिनती की जा रही थी। इस दौरान एक कर्मचारी तगारी में मंदिर पुजारी से नोट भरकर गिनती के लिए रखने जा रहा था। रुपयों को नीचे रखते हुए उसने नोटों की एक गड्डी को फोल्ड कर पहले अपने हाथों में छुपा लिया। बाद में इधर उधर देखकर मौका देखकर अपने जेब में रख लिया। वहीं, पर एक भक्त भी वीडियो रिकॉर्डिंग कर रहा था। चोरी करते हुए कर्मचारी भी उसमें रिकॉर्ड हो गया। भक्त ने जैसे ही चोरी करते हुए देखा, उसने अपना वीडियो जारी रखा। विडियो बनाने के बाद भक्त ने तुरंत मंदिर प्रशासन को जानकारी दी।
जेब से मिले 41 हजार रुपए -मंदिर प्रशासन ने जानकारी के बाद जब कर्मचारी की तलाशी ली तो उसके जेब से दो हजार के 11 नोट और 500 के 38 नोट कुल मिलाकर 41 हजार रुपए निकले। रुपए चुराने वाले कर्मचारी का नाम भादसोड़ा निवासी कन्हैया लाल पुत्र गोपी लाल जाट के रूप में पहचान की। वहीं, थानाधिकारी रविंद्र सेन ने बताया कि मंदिर मंडल के अध्यक्ष शांति लाल मेहता ने भादसोड़ा थाने में एक रिपोर्ट दर्ज करवाई। पुलिस ने मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी।
ग्रामीणों की मांग पर भी नहीं हो रहे चुनाव -भादसोड़ा सरपंच शंभू लाल सुथार का कहना है कि प्राकट्य स्थल मंदिर मंडल के पदाधिकारियों की मनमानी से मंदिर में अव्यवस्थाएं हो रही है। इनकी हठधर्मिता के चलते चुनाव भी नहीं कराए जा रहे हैं, जो सरासर गलत है। पहले कोरोना का बहाना बनाकर चुनाव टालते रहे। अब ग्रामीणों की मांग पर भी चुनाव नहीं कराए जा रहे है।