गुजरात से कांग्रेस को एक और बड़ा झटका, एमएलए अर्जुन मोढवाडिया ने छोड़ी पार्टी
लोकसभा चुनाव से पहले गुजरात में कांग्रेस को फिर बड़ा झटका लगा है. पोरबंदर से विधायक अर्जुन मोढवाडिया ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. पार्टी की गुजरात इकाई के पूर्व अध्यक्ष ने सोमवार को राज्य विधानसभा अध्यक्ष को अपना इस्तीफा सौंपा और इस तरह से पार्टी के साथ उनका 40 साल पुराना रिश्ता टूट गया. बताया जा रहा है कि वे भाजपा में शामिल हो सकते हैं. मोढवाडिया ने अपने इस्तीफे में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम को लेकर कांग्रेस अलाकमान के फैसले पर नाराजगी जाहिर की है. पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को लिखे पत्र में उन्होंने कहा, "ज्प्रभु राम सिर्फ हिंदुओं के लिए पूजनीय नहीं हैं, बल्कि वह भारत के आस्था है. प्राण प्रतिष्ठा समारोह का निमंत्रण अस्वीकार करने से भारत के लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंची है. एक पार्टी के रूप में कांग्रेस लोगों की भावनाओं का आकलन करने में विफल रही है इस पवित्र अवसर से ध्यान भटकाने और अपमानित करने के लिए, राहुल गांधी ने असम में हंगामा खड़ा करने का प्रयास किया, जिसने हमारी पार्टी के कार्यकर्ता और भारत के नागरिकों को और नाराज किया दूसरी ओर, लोकसभा चुनावों से पहले विपक्षी दल कांग्रेस की गुजरात इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष अंबरीश डेर ने सोमवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया और वह मंगलवार को सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होंगे. उनके इस्तीफे की घोषणा से ठीक पहले, प्रदेश कांग्रेस प्रमुख शक्तिसिंह गोहिल ने संवाददाताओं से कहा कि रविवार रात हुई एक बैठक के दौरान पार्टी की अनुशासनात्मक समिति ने डेर को पार्टी के सभी पदों और कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से छह वर्षों के लिए निलंबित कर दिया. गोहिल ने कहा कि पार्टी विरोधी गतिविधियों को लेकर उनके खिलाफ यह कार्रवाई की गई. डेर ने 2017 से 2022 तक कांग्रेस विधायक के रूप में अमरेली जिले की राजुला सीट का प्रतिनिधित्व किया था. उन्होंने राज्य के मंत्री पुरषोत्तम सोलंकी के छोटे भाई और भाजपा नेता हीरा सोलंकी को हराया था. गुजरात में 2022 के विधानसभा चुनावों से पहले, डेर को कांग्रेस का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया था और हीरा सोलंकी से हारने के बावजूद वह इस पद पर बने रहे.