साइबर ठगों को फर्जी सिम उपलब्ध करवाने वाली गैंग के खिलाफ बड़ी कार्रवाई, 3 गिरफ्तार
2 हजार की सिम 10 हजार में बेचते थे, पश्चिम बंगाल से लाते थे सिम
मेवात क्षेत्र मे लगातार बढ़ रहे साइबर ठगी के गौरख धंधे पर डीग जिला पुलिस ने फर्जी सिम उपलब्ध करवाने वाली गैंग के खिलाफ बड़ी कार्यवाही करते हुए 3 आरोपियों से 187 फर्जी सिम बरामद की गईं हैं। सभी सिम पश्चिम बंगाल की हैं। आईजी राहुल प्रकाश ने बताया कि, लियाकत नाम के आरोपी के मामा पश्चिम बंगाल में रहते हैं। उन्होंने लियाकत की शादी 2022 में पश्चिम बंगाल में करवा दी थी। शादी के बाद लियाकत अपनी ससुराल आता-जाता रहता था।
लियाकत के ताऊ का लड़का आंसू ऑनलाइन ठगी, फर्जी सिम बेचने का काम करता था। जिसकी साल 2024 मौत हो चुकी है। आंसू की मौत के बाद लियाकत रक्कू गैंग में शामिल हो गया। रक्कू गैंग ठगी का काम करती थी। लियाकत रक्कू की गैंग के लिए फर्जी सिम पश्चिम बंगाल से लाकर देता था। लियाकत के मामा सद्दाम और उसकी मौसी का लड़का साबिर गांव-गांव घूमते और लोगों को झांसे में लेकर उनके नाम से सिम निकालते। उसके बाद लियाकत अपने मामा के पास जाकर सिम ले आता और रक्कू गैंग को बेचता।
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि, वह साल 2024 में 3 बार कलकत्ता जाकर सिम ला चुका है। पहली बार में वह 70 सिम लेकर आया था। दूसरी बार में वह 120 सिम लेकर आया था। रक्कू ने फिर से सिम की डिमांड की तो, लियाकत 187 लेकर आया। लियाकत 15 सौ से 2 हजार प्रति सिम को बेचता था और रक्कू को प्रति सिम 5 हजार से 10 हजार रुपये तक बेचता था। रक्कू की सहसन गांव में मोबाइल की दुकान है। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए लियाकत निवासी समसलका जोधपुर थाना पहाड़ी, रुकमुद्दीन निवासी सहसन थाना जुरहरा और महेंद्र निवासी सहसन थाना जुरहरा को गिरफ्तार किया है। फिलहाल पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है।