सहाडा सीट पर जातियों को साधने में प्रत्याशी कमजोर,: क्या भाजपा-कांग्रेस या आरएलपी लगा पाएगी सेध
सीट पर कांग्रेस की मजबूत पकड़, क्या BJP लगा पाएगी सेंध, क्या आरएलपी वोट शेयर बढाएगी,,, किसके सर बंधेगा जीत का सेहरा
गुरला (भीलवाड़ा, राजस्थान/ बद्रीलाल माली) सहाड़ा विधानसभा सीट के राजनीतिक इतिहास की बात करें यहां पर कांग्रेस का कब्जा है. 2008 से लेकर अब तक उपचुनाव समेत 4 चुनाव में 3 बार कांग्रेस को जीत मिली तो बीजेपी को एक बार जीत मिली. 2008 के चुनाव में कांग्रेस के कैलाश चंद्र त्रिवेदी ने बीजेपी के डॉक्टर रतन लाल जाट को हराया था.राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में भी राजनीतिक हलचल बनी हुई है. भीलवाड़ा जिले के तहत 7 विधानसभा सीटें आती हैं जिसमें 5 सीटों पर भारतीय जनता पार्टी को जीत मिली थी तो 2 सीट कांग्रेस के खाते में गई. इस बार 25 नवंबर को राजस्थान में वोटिंग कराई जाएगी. जिले की सहाड़ा सीट पर कांग्रेस का कब्जा है. 2018 में चुनाव जीतने वाले विधायक की मौत हो जाने के बाद 2021 में कराए उपचुनाव में भी कांग्रेस को जीत मिली थी. इस बार चुनाव के लिए कांग्रेस ने राजेंद्र त्रिवेदी को तो बीजेपी ने लादूलाल पितलिया को मैदान में उतारा है आरएलपी के बद्री लाल जाट, बसपा से कालु खान , राईट टु रिकोल से भैरू लाल,सीपीआई से केलाश गहलोत,निर्दलिय रतन लाल सुथार यह 7 प्रत्याशी मैदान में मौजूद है
कांग्रेस पिछले विकास के नाम पर वोटो पर दाव
जहा प्रत्याशी अभी अपने क्षेत्र का दौरा कर रहे हैं वोटिंग के कुछ ही दिन शेष है प्रत्याशी की जाति समीकरण क्या होगा जातिवाद का प्रभाव से प्रत्याशी जित का सहारा बाधेगे, कांग्रेस के राजेन्द्र त्रिवेंद्री बाह्मणो के सभी वोट को अपनी और मिला पाएगी काग्रेस इस सीट को बचाने में सफल रहेगी या नहीं यह तो भविष्य के गर्भ छिपा हुआ है
सहाडा सीट पर गौभक्त के रूप में लादु लाल पितलिया को भाजपा ने सहाडा सीट पर प्रत्याशी बनाया एक बार निर्दलीय के रूप में पर्चा दाखिल कर 30 हजार वोटों से ज्यादा वोट हासिल किया, उपचुनाव में भी भाजपासिम्बल नहीं मिलने के कारण चुनाव नहीं लडा
भाजपा हिन्दू वादी ,गौभक्त व जनसेवक पर दाव - 2023 में लादु लाल पितलिया को सहाडा क्षेत्र में सक्रियता एवं गौभक्त, जनसेवक के रूप में अच्छा कार्य करने से भाजपा ने प्रत्याशी बनाया हिन्दूवादी चेहरा के रूप में क्षेत्र में चर्चित है
आरएलपी जाति एवं विकास के नाम पर वोट हासिल का प्रयास -आरएलपी प्रत्याशी के तौर पर बद्री लाल जाट अपने क्षेत्र के जाट जाति को साधने में लगे हुए है
स्थानिक मुद्दे एवं जातियों को साधने वाले होगें विजेता - विधानसभा क्षेत्र में 7 प्रत्याशी में भाजपा, कांग्रेस, आरएलपी, बसपा सहित निर्दलीय ने प्रचार में अपनी ताकत जोक रखीं है परन्तु सभी प्रत्याशी छोटी जातियों को साधने में नाकाम रह रहे सहाड़ा रायपुर हमीरगढ विधानसभा क्षेत्र में जितने के लिए छोटी जातियों को साधना बहुत आवश्यक होगा जो प्रत्याशी इन छोटी छोटी जातियों में सेध लगा कर अपनी और करेगा व स्थानीय मुद्दे पर ज्यादा जोर देगा वह इस विधानसभा क्षेत्र का विजय प्रत्याशी होगा