गुजरात का सूरत शहर ताप्ती नदी या तापी नदी के किनारे बसा है। सूरत शहर देश के औद्योगिक शहरों में महत्वपूर्ण है। देश का उद्योग सूरत शहर के जिक्र के बिना अधूरा है। मूल रूप से सूरत हीरे के निर्माण और कपड़े के लिए प्रसिद्ध है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई गति शक्ति योजना के अंतर्गत देश के हर राज्य में सड़क रेल और हवाई यातायात का प्रबल नेटवर्क तैयार किया गया है।
विकास की इस कड़ी में सूरत बुलेट ट्रेन और मेट्रो रेल परियोजना के साथ तेज गति में आगे बढ़ रहा है। बीते नौ वर्षों की बात करें तो इस दौरान देश में हवाई अड्डा की संख्या में दोगुणा का इजाफा हुआ है। इस दौरान देश में 74 हवाई अड्डों से बढ़कर 149 हवाई अड्डे बनकर तैयार हुए है। देश में वार्षिक हवाई यात्राओं के लिए यात्रियों की संख्या में भी इजाफा हुआ है।
साथ ही भारतीय हवाई अड्डा की वार्षिक यात्रियों के वहन की क्षमता भी 19 करोड़ से अधिक होकर 46 करोड़ पर पहुंच चुकी है। वही सूरत में लगातार हवाई यात्रियों की संख्या में इजाफा भी देखने को मिल रहा है। यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए भारत सरकार ने 353 करोड़ रुपए की लागत से सूरत हवाई अड्डे का विस्तार और आधुनिकीकरण किया है।
सूरत एयरपोर्ट के वर्तमान टर्मिनल में 17,046 वर्ग मीटर क्षेत्रफल के विस्तारिकरण के बाद टर्मिनल भवन का कुल क्षेत्रफल अब बढ़कर कई गुणा अधिक हो गया है, जो अब 25,520 वर्गमीटर हो गया है। सूरत एयरपोर्ट का नया टर्मिनल भवन यह पीक ऑवर्स के दौरान एक समय में प्रति घंटा 1800 यात्रियों की क्षमता को संभालने में सक्षम है। वहीं वार्षिक रूप से 35 लाख यात्री एयरपोर्ट आ सकते है। कई आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए एयरपोर्ट टर्मिनल का विकास मॉडर्न टेक्नोलॉजी के साथ किया गया है। टर्मिनल में यात्री सेवाओं को बढ़ाने के लिए जिससे प्रति घंटा यात्रियों की संख्या 3000 और वार्षिक यात्री सेवा क्षमता 55 लाख तक पहुंच सकती है। इस एयरपोर्ट के नए टर्मिनल भवन पर 20 चेक इन काउंटर, पांच एयरोब्रिज, 13 इमिग्रेशन काउंटर, पांच बैगेज कैरोसेल होंगे।
सूरत एयरपोर्ट के टर्मिनल भवन का बाहरी डिजाइन कुछ इस तरह तैयार किया गया है कि यह गुजरात और सूरत की संस्कृति और विरासत को दर्शाता है। टर्मिनल का मुख्य भाग सूरत के पुराने घरों से प्रेरित है जिसने कास्ट कला का उत्कृष्ट प्रदर्शन देखने को मिलता है। सूरत एयरपोर्ट के संचालन और इसकी रूट की बात करें तो वर्तमान में यह देश के 14 शहरों और यूएई के शारजाह से जुड़ा हुआ है।
भारत सरकार ने सूरत शहर की जरूरत पर गौर करते हुए 15 दिसंबर 2023 को ही सूरत हवाई अड्डे को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा घोषित किया है। इस हवाई अड्डे पर घरेलू और अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों और सूरत के व्यापारी समुदाय को बेहतर संपर्क सुविधा देने के लिए अहम योगदान देगा। विदेशी निवेश को आकर्षित करने और राजनयिक संबंधों को मजबूत करने में ये कदम असरदार साबित होगा। सूरत हवाई अड्डे के जरिए शहर के व्यापारियों को व्यवसायिक गतिविधियों को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी। सूरत हवाई अड्डे के टर्मिनल भवन का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 17 दिसंबर 2023 को किया है।