Budget 2022: गहलोत सरकार ने भरतपुर वालों के साथ किया सौतेला व्यवहार - रंजीता कोली
भरतपुर (राजस्थान/ हरिओम मीणा) भरतपुर जिले में चार मंत्री एक अध्यक्ष उसके बावजूद भरतपुर वालो के साथ सौतेला व्यवहार किया गया । जो बजट पिछले साल दिया गया था इस बजट में से भी कुछ कार्य आज तक भरतपुर में नहीं हुए और एक कागज तक नहीं हिला यह बजट माननीय मुख्यमंत्री का खाली एक राजनीतिक बजट है इससे ज्यादा कुछ नहीं है। जनता को इस बार भी निराशा ही हाथ लगी
आज तक किसानों का कर्जा माफी का वादा पूरा नहीं किया गया है। किसानों को उम्मीद थी कि शायद इस बजट में कर्जा माफी होगा पर किसानों को भी निराशा ही हाथ लगी। पूर्वी राजस्थान के साथ हमेशा से दोगला व्यवहार किया जाता है ।ऐसे में भरतपुर की बात की जाए तो भरतपुर के लोग लंबे समय से पानी की मांग को लेकर संघर्ष कर रहे हैं ।लेकिन अब भी उनके हाथ निराशा लगी है। तीन मंत्रियों ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर चंबल के पानी को पांचना बांध में लाने और पांचना बांध से गंभीर नदी में पानी लाने की मांग की थी। उसको भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बजट के अंदर शामिल नहीं किया है। अगर चंबल का पानी नहर के जरिए पांचना बांध में लाया जाता तो पांचना बांध से गंभीर नदी को पानी मिलता। जिससे भरतपुर क्षेत्र कि किसानों को फायदा होता और उनकी जमीन जो बंजर होने की कगार पर है उसमें एक बार फिर से पैदावार होने लगती ।लेकिन इस बजट में खोखले वादे किए गए हैं। क्योंकि कई सारी चीजें इस बजट के अंदर देखने को मिली कि जो पहले बजट में घोषणा की गई थी उनको दोहराया गया है। पहले बजट के अंदर जो घोषणा की थी उन पर काम शुरू नहीं हुए।भरतपुर में बयाना को जिला बनाने की मांग लंबे समय से चली आ रही थी। लेकिन फिर भी बयाना के विकास के लिए सिर्फ एक खेल स्टेडियम के नाम पर जनता के साथ दोगला व्यवहार किया गया है। रुदावल कस्बे को पंचायत समिति बनाने की मांग थी वह भी इस बजट के अंदर शामिल नहीं हुई ।आखिर बयाना के लिए तो मुख्यमंत्री ने कुछ दिया ही नहीं। पूरे भरतपुर जिले में कुछ चीजें ही ऐसी हैं जो इस बजट में शामिल हुई है। जबकि भरतपुर जिला मुख्यालय ऐसे में यहां सारी व्यवस्थाएं होनी चाहिए। लेकिन मुख्यमंत्री पश्चिमी राजस्थान के लिए जो करते हैं वह पूर्वी राजस्थान के लिए नहीं करते है। राजस्थान सरकार द्वारा बजट में दोगला व्यवहार किया जाता है। और हमारे यहां के मंत्री विधायक चुप्पी साधे बैठे रहते हैं।