कांग्रेस राजद के साथ जोर-आजमाइश के लिए तैयार, बिहार विधानपरिषद के चुनाव के लिए प्रत्याशी घोषित
पटना| कांग्रेस ने अगले महीने विधानपरिषद की 24 सीटों के लिए होने वाले चुनाव के सिलसिले में आठ सीटों के लिए शनिवार को उम्मीदवारों की सूची जारी की और अपने पूर्व सहयोगी राजद को संकेत दिया कि वह चुनावी मुकाबले में हथियार नहीं डालने वाली है।
पटना| कांग्रेस ने अगले महीने विधानपरिषद की 24 सीटों के लिए होने वाले चुनाव के सिलसिले में आठ सीटों के लिए शनिवार को उम्मीदवारों की सूची जारी की और अपने पूर्व सहयोगी राजद को संकेत दिया कि वह चुनावी मुकाबले में हथियार नहीं डालने वाली है।
कांग्रेस महासचिव मुकुल वासनिक ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी की मंजूरी के बाद आठ उम्मीदवारों की सूची जारी की। गांधी के साथ राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद का बेहतर व्यक्तिगत संबंध किसी काम में नहीं आया।
इन 24 सीटों के लिए चार अप्रैल को मतदान कराया जायेगा। कांग्रेस जिन सीटों के लिए नाम तय किये हैं उनमें एक पश्चिम चंपारण (मोहम्मद अफाक अहमद) है।
कांग्रेस ने 2015 में यह सीट जीती थी लेकिन उसके विधानपरिषद सदस्य पिछले साल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनता दल यूनाईटेड (जदयू) में चले गये थे। कांग्रेस के मीडिया प्रभारी राजेश राठौड़ ने कहा, ‘‘ हम समझते हैं कि यह पहली सूची है। अन्य सीटों के लिए और नामों की शीघ्र ही घोषणा किये जाने की संभावना है।’’
पिछले साल अक्टूबर में दो विधानसभा उपचुनावों में राजद की आपत्ति को दरकिनार करते हुए अपने उम्मीदवार उतार दिये थे जिसके बाद राजद ने कांग्रेस को खरी-खोटी सुनायी थी। राजद इस बार विधानपरिषद की23 सीटों पर चुनाव लड़ रही है और एक सीट वामदल के लिए छोड़ दी है। बिहार में कांग्रेस -राजद गठबंधन दो दशक से उतार-चढाव के साथ चल रहा था लेकिन 2020 के विधानसभा चुनाव के बीच उनके बीच खटास उत्पन्न हो गया है।
महागठबंधन के तहत राजद, कांग्रेस, भाकपा (माले) माकपा, और भाकपा ने मिलकर विधानसभा चुनाव में उम्मीदों से अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन वे बहुमत तक नहीं पहुंच पाये थे। इस स्थिति के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार माना गया।
राजग अबतक उम्मीदवार घोषित नहीं कर पाया है, वैसे भाजपा 13 और जदयू 11 सीटों पर चुनाव लड़ेगा।