16 दिसंबर से मांगलिक कार्यों पर रहेगी रोक नहीं गूंजेगी शहनाइयां
हिंदू पंचांग के अनुसार, 16 दिसंबर को सूर्य दोपहर 03 बजकर 47 मिनट पर धनु राशि में प्रवेश कर रहे हैं। ऐसे में खरमास 16 दिसंबर से आरंभ हो जाएंगे, जो एक मास रहेंगे और 15 जनवरी 2024 को समाप्त होगे।
योग शिक्षक पंडित लोकेश कुमार ने बताया कि। हिंदू धर्म में मांगलिक कार्यों को करने से पहले कुंडली मिलान के साथ-साथ गुरु और शुक्र की स्थिति भी देखी जाती है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, गुरु बृहस्पति की राशि धनु और मीन राशि है।जब ग्रहों के राजा सूर्य इन राशियों में प्रवेश करते हैं तो खरमास दोष लगता है। इस दोष में किसी भी तरह के मांगलिक और शुभ कामों को करने की मनाही होती है। धर्म शास्त्रों के अनुसार, खरमास के दौरान विवाह, छेदन, मुंडन आदि में ब्रेक लग जाता है। देवउठनी एकादशी के दिन चातुर्मास समाप्त हुआ था। इसके बाद मांगलिक काम शुरू हो गए हैं। लेकिन 16 दिसंबर से खरमास आरंभ हो रहे हैं, जो नए साल 2024 तक चलेंगे।
मांगलिक कार्यों पर लगेगी रोक - 16 दिसंबर 2023 से किसी भी तरह के मांगलिक कार्य जैसे विवाह, गृह प्रवेश, गृह निर्माण, नव प्रतिष्ठान, वधू प्रवेश, मुंडन-छेदन, देव प्रतिमा प्रतिष्ठा से लेकर उपनयन संस्कार तक नहीं होगे।
- रिपोर्ट- कमलेश जैन