रक्षा बंधन का त्योहार आज, महाशुभ संयोग
भाई और बहन के प्रेम का त्योहार रक्षा बंधन आज श्रावण मास की पूर्णिमा तिथि को हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा। पंडित संतोष दायमा ने बताया कि इस साल रक्षाबंधन पर महासंयोग बनने जा रहा है। इस बार रक्षाबंधन पर भद्रा का साया नहीं रहेगा जिसके चलते बहने पूरे दिन भाई को राखी बांध सकेंगी। आज धनिष्ठा नक्षत्र शाम 7.39 मिनट तक रहेगा। धनिष्ठा नक्षत्र का स्वामी मंगल ग्रह है। रक्षाबंधन का घनिष्ठा नक्षत्र में होना भाई और बहन के आपसी प्रेम को बढ़ाने वाला होगा।इसके अलावा आज चंद्रमा कुंभ राशि में प्रातः 7.57 मिनट पर प्रवेश करेगा तो वही इस समय गुरु भी कुंभ राशि में गोचर कर रहा है जिसके चलते चंद्रमा और बृहस्पति की युक्ति होने से गजकेसरी नामक महाशुभ संयोग भी बन रहा है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार गजकेसरी योग बहुत ही शुभ माना जाता है इस योग में किए गए सभी कार्य शुभ होते हैं और यह भाई और बहन के लिए बहुत ही लाभकारी और सुख प्रदान करने वाला होता है। इस योग में खरीददारी करना और भी अत्यंत शुभ फलदाई रहेगा।आज शोभन योग प्रातः 10.33 मिनट तक रहेगा इस योग को मांगलिक ओर शुभ कार्यों के लिए सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त माना गया है। आज सुबह 7.41 से दोपहर 12.30 मिनट तक चर ,लाभ और अमृत के चौघड़िये रहेंगे, दोपहर 2.06 से 3.42 मिनट तक शुभ का, अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12.04 से 12.55 मिनट तक रहेगा। राखी बांधने का सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त रहेगा दोपहर 1.43 से शाम 4.20 मिनट तक रहेगा। डॉ.शर्मा ने बताया कि भविष्यपुराण के अनुसार शचि ने इंद्र को रक्षा सूत्र बांधा था जिसके बाद असुरों पर इंद्र की विजय हुई थी इसके अलावा मां लक्ष्मी ने भी राजा बलि को राखी बांधी थी । तो वहीं दूसरी ओर द्वापर युग में श्री कृष्ण भगवान ने शिशुपाल का वध करने के लिए अपना चक्र चलाया तो उनका हाथ घायल हो गया था और खून बह रहा था तब द्रौपदी ने अपनी साड़ी से एक टुकड़ा फाड़ कर उनके हाथ पर बांध दिया था जिससे श्री कृष्ण के हाथ से खून आना बंद हो गया था। इसके बाद से भगवान श्री कृष्ण ने द्रौपदी को अपनी बहन स्वीकार कर लिया और सदैव उनकी रक्षा करने का वचन उन्हें दिया था।