बाबा हरिबोल जयपुर एसएमएस के एडवांस आई सी यू वार्ड में गम्भीर हालत में भर्ती
बाबा हरिबोल जयपुर एसएमएस के एडवांस आई सी यू वार्ड में गम्भीर हालत में भर्ती -हालत मे सुधार बोलने मे असमर्थ प्रमुख चिकित्सको की निगरानी मे चल रहा है उपचार
पहाड़ी(डीग)कामां विधान सभा में भगवान कृष्ण की क्रीडास्थली कामवन- अंजनी माता मन्दिर के अस्तित्व को बचाने के लिए अपने जीवन को दाव पर लगाकर खनन माफियाओ से सघर्षरत हरिबोल बाबा एसएमएस जयपुर के एडवांस आई सी यू वार्ड में जिन्दगी ओैर मोैत से जूझ रहे है।जिनकी हालत स्थिर बनी हुई है जो अभी बोलने में असमर्थ है।
हरिबोल बाबा को भरतपुर के आरबीएम अस्पताल से शुक्रवार रात्रि को गम्भीर हालत होने के कारण जयपुर के लिए रैफर कर दिया गया था।बाबा के हादसे की खबर के बाद राजस्थान के मुख्य मंत्री भजनलाल शर्मा आदेशानुसार बाबा को शनिवार को एस.एम.एस एडवांस आई सी यू वार्ड मे सिफट किया गया।जहॉ उनका यूनिट -३ के मेडिकल हैड डॉक्टर प्रकाश केशवाना, डॉ. अचल शर्मा न्यूरोलोजिस्ट, डॉ.अरविन्द व्यास, की निगरानी मे उपचार किया जा रहा है।बाबा अभी बोलने मेें असमर्थ है हालत स्थिर बनी हुई है। उनके साथी मुकेश शर्मा को कहना है बाबा की हालत में सुधार होता दिखाई दे रहा है। बाबा का सुर क्षा गार्ड गिरधारी लाल व साथी मुकेश शर्मा बाबा की सेवा में लगे हुए है।
संत प्रेमी मांग रहे दुआ
मेवात में बाबा हरिबोल को बच्चा बच्चा जनता है जो आमजन के प्रिय संत है बाबा की खबर क्षेत्र मे आग की तरह फेल गई। हर कोई बाबा की घटना को खनन माफियॉ से जोड का देख कर विभिन्न प्रकार की चर्चा करने लगा। वही सोशल मिडियॉ ने बाबा पर खनन माफियाओं पर शंका की खबर प्रकाशित कर उसकी पुष्टि कर दी। लेकिन यह मामला बाबा के पूरी तरह से होश में आने के बाद साफ हो सकेगा।क्षेत्र मे संत प्रेमीमानव राधारानी मॉं से बाबा के जीवनदान की दुआ मांग रहे है।
दु:खी मन से शिकायत करने पहुचे भरतपुर
बाबा हरिबोल लम्बे समय से अवेध खनन ऑवरलोडिग रोक ने के लिए शिकायत आदि करते रहे है। लेकिन प्रशासन खाना पूर्ति कर इति श्री कर उनकी शिकायत पर विराम लगाता रहा है। जिससे बाबा परेशान रहते थे। के ई बार अधिकारियो के साथ मिटिंग में क्षेत्र मे सी.सी टीबी केमरे चौकियों पर लगाने की मांग कर चुकेे है लेकिन खनन के रॉयल्टी ठेकेदारो के साथ स्थानिय प्रशासन व परिवहन व खनिज विभाग की मिलीभगत के कारण ना तो ऑवरलोडिग ओर ना ही अवेध खनन पर अंकुश लग पाया। जिसके चलते बाबा को सुगर जैसी बीमारी ने घेर लिया था। गुरूवार को बाबा ने जी-एक्सप्रेस न्यूज के संवाददाता से मुलाकत कर अपनी पीडा व्यक्त कर बताया की वह सुबह सम्ंभागीय आयुक्त व जिला कलेक्टर भरतपुर से मुलाकत कर ऑवरलाडिंग के हालत बताऐगे। उनका कहना था। पहाडी मे रायल्टी ठेकेदार के साथ क्रशर संचालक मिलीभगत कर रायल्टी बसूली का खेल टोकन के जरिए कर रहे है जो एक धर्मकाटे की पर्ची के जरिऐ यह खेल करने मेें जुटे हुए है।क्रशर संचालक खनन सामग्री के बोल्डर को जब खाली कराते है जब वह पहले धर्म काटे की पर्ची को जप्त कर लेते हेै।तब पत्थर से भरे डम्फर को खाली कराते है।रायल्टी के नाके विधिवत नही लगे है रायल्टी की पर्ची भी कार्यालय पर काटी जा रही है।यह सब खेल स्थानिय प्रशासन की मिलीभगत से किया जाना बताया गया।जिसे बाबा हरिबोल विशेष दु:खी नजर आ रहे थे।