जयपुर,राजस्थान
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि सवाई मानसिंह अस्पताल प्रदेश का प्रतिष्ठित राजकीय अस्पताल है। यहां देश-प्रदेश से मरीज आते हैं। यहां आने वाले मरीजों एवं परिवारजनों की सुगमता हेतु व्यवस्थाएं चुस्त-दुरूस्त करना हमारी प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि अस्पताल के चिकित्सकीय एवं प्रशासनिक अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों का सजगता से निर्वहन करते हुए यहां उत्कृष्ट प्रबंधन सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इसके लिए आवश्यक संसाधनों की उपलब्धता हेतु सभी प्रकार का सहयोग करेगी।
श्री शर्मा सोमवार को एसएमएस अस्पताल के औचक निरीक्षण के उपरांत ओटीएस में एसएमएस अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सकीय एवं प्रशासनिक अधिकारियां की बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने चिकित्सकों को निर्देशित करते हुए कहा कि तुरंत प्रभाव से अस्पताल परिसर में सफाई व्यवस्था बेहतर होनी चाहिए। इसके लिए जिम्मेदार लोगों की जवाबदेही सुनिश्चित की जाए। लापरवाही करने वालों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जाए। उन्होंने कहा कि मरीजों को अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं एवं समुचित देखभाल सुलभ होनी चाहिए। उन्हें एवं साथ आए परिजनों को स्वच्छ एवं स्वस्थ वातावरण मिले, यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए। मरीजों के स्वास्थ्य-सुधार में वातावरण का भी अहम योगदान होता है। उन्होंने कहा कि अस्पताल प्रशासन के अधिकारियों को इसमें विशेष रूचि लेकर अपने आवास के समान ही अस्पताल में स्वच्छता का ध्यान रखना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नई प्रदेश सरकार के अंतर्गत काम और जिम्मेदारी से किसी तरह का समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सभी चिकित्सक, अधिकारी एवं कार्मिक समयनिष्ठा के साथ अपना कार्य करें। देर से आने वाले एवं नदारद रहने वाले लोगों के विरूद्ध सख्त कदम उठाए जाएं। उन्होंने कहा कि अस्पताल में सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से नियमित एवं प्रभावी मॉनिटरिंग की जाए। इस हेतु अस्पताल के एक अधिकारी के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन किया जाए। रोटेशन बेसिस पर अस्पताल के स्टाफ की ड्यूटी ओपीडी, आईसीयू आदि सभी वार्ड़ो में लगाई जाए, ताकि कहीं भी स्टाफ की कमी ना हो। रात्रि में भी पर्याप्त स्टाफ की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। अस्पताल परिसर में प्रवेश एवं निकास की व्यवस्था को और अधिक सुगम बनाया जाए।
इस दौरान एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य श्री राजीव बगरहट्टा, एसएमएस अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अचल शर्मा सहित अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सकीय एवं प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे।