ईमित्र संचालक को स्मार्टफोन दिलाने के नाम पर ठगी करते पकड़ा, स्मार्टफोन रजिस्ट्रेशन का नहीं कोई शुल्क
स्मार्टफोन दिलाने के नाम पर रजिस्ट्रेशन शुल्क लिया जा रहा है जबकि राजस्थान सरकार की ओर से इस प्रकार का कोई शुल्क नहीं लिया जा रहा है लेकिन इन लोगों को इस नाम पर ठग कर अवैध वसूली की जाने की सूचना विभाग को मिल रही हैं
खैरथल,अलवर
सूचना प्रौद्योगिकी विभाग की टीम के द्वारा ईमित्र संचालक को स्मार्टफोन के नाम पर लोगों से 100-100 रुपए वसूलते पकड़ा। ऑनलाइन ठगी के बाद अब ई मित्र संचालक भी लोगों को झांसा देकर अवैध वसूली करने पर उतर आए हैं जहां पर राज्य सरकार के द्वारा इस स्मार्टफोन निशुल्क दिए जाने की घोषणा की गई है इसको लेकर अब ईमित्र संचालक लोगों को झांसा देकर रुपए ऐठ रहे हैं जिस पर सूचना प्रौद्योगिकी विभाग की टीम लगातार ईमित्र संचालकों की निगरानी की हुई थी
मामला खैरथल क्षेत्र का है जहां पर सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के प्रोग्रामर जब्बार खान ने बताया कि ग्राम नागल मोजिया में संचालित एस के कंप्यूटर केंद्र पर टीम निरीक्षण करने पहुंची जहां पर संचालक सतीश कुमार यादव आमजन को स्मार्टफोन दिलाने के नाम पर झांसा देकर प्रति व्यक्ति 100 रुपए की अवैध वसूली कर रहा था मौके पर 50 महिलाएं स्मार्टफोन लेने के लिए रजिस्ट्रेशन कराते हुए नजर आए और उनके बयान लिए गए तो पता चला कि अमित संचालक हर रजिस्ट्रेशन के 100 रुपए ले रहा है जबकि राजस्थान सरकार की ओर से ऐसा कोई शुल्क नहीं था जांच के दौरान फर्जी रसीद बुक प्राप्त की गई
विभाग ने ई मित्र का संचालन करने के लिए खैरथल में जारी किया था लेकिन इसका संचालन मोजिया गांव में होता मिला फर्जी तरीके से सीमा यादव का पति ईमित्र चला रहा था निरीक्षण के दौरान विभाग के प्रोग्राम और जब्बार खान अर्चना गुप्ता गोविंद प्रजापत आदि मौजूद थे प्रोग्राम आजम खान ने बताया कि स्मार्टफोन रजिस्ट्रेशन के लिए किसी तरह का शुल्क विभाग नहीं ले रहा है