हमेशा के लिए खामोश हो गया बाघ (उस्ताद) T 24, 2015 मे लाया गया था उदयपुर
उदयपुर (राजस्थान/ मुकेश मेनारिया) पशु प्रेमियो के लिए दुखद खबर है की अब हमारे बीच रंथम्भोर से लाये बाघ T-24 नही रहा..बोन केंसर जेसी बीमारी से पीड़ित चलते हुए बुधवार को उदयपुर के बायोलॉजिकल पार्क मे अंतिम सांस ली… आपको बतादे बाघ T-24 को 4 लोगो पर हमला करने की वजह से रंथम्भोर से उदयपुर शिफ्ट, 2015 मे किया गया था… उदयपुर DFO अजय चित्तोड़ा ने मीडिया को बताया की बोन केंसर जेसी बीमारी से परेशान चल रहा था।
बाघ T-24 का जन्म 2006 मे रणथंभोर मे हुआ था इसे पिता का नाम झुमरु माता का नाम गायत्री था… यह कुल तीन भाई थे जिसमे T-24 दूसरे नंबर का था…. यह बहुत ही आकर्षक था और वहा आने वाले पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र था लेकिन 4 लोगो पर हमला जिसमे एक वन कर्मी की मौत भी हो गयी थी जिसके चलते इसे खुली ज़िंदगी से उदयपुर के बायोलॉजिकल् पार्क मे केद् कर दिया गया जहा यह वेसे नही रह पाया जैसे खुले जंगल मे रहता था जिसके चलते यह बीमार भी रहा और अंतिम सांस T-24 ने बुधवार को ली।