रैणी के खोहरा चौहान मे दलित वर्ग बलाई समाज के लिए श्मशान घाट की नही हैं कोई व्यवस्था: हो रही बड़ी परेशानी
रैणी (अलवर, राजस्थान/ महेश चन्द मीना) अलवर के रैणी उपखण्ड क्षेत्र के गांव खोहरा चौहान मे दलित वर्ग बलाई समाज के लिए श्मशान घाट नही होने का मामला सामने आया है और बलाई समाज के लोगो द्वारा यह भी बताया जा रहा है कि श्मशान घाट पूर्वजो के समय के थे उनका भी रास्ता बन्द कर दिया गया है ऐसे मुर्दो को जोहड की पाल से लाया जाता है और फिर नीचे की तरफ मुर्दे को लेकर उतरा जाता है तो मुर्दे सहित मुर्दे को लाने वाले चारो आदमियो को भी फिसल कर नीचे गिरने का भय बना रहता है।
सोशल मिडिया पर वायरल वीडियोज मे दलित वर्ग बलाई समाज के लोग हाथ जोड़कर रैणी प्रशासन व अलवर जिला प्रशासन से अपील करते हुए भी नजर आ रहे है कि हमारे बलाई समाज के लिए श्मशान घाट पर अतिक्रमण हो गया है और श्मशान घाट के रास्ते को भी बन्द कर दिया गया है ऐसे बोलते हुए पूरा बलाई समाज दिखाई दे रहा है सोशल मिडिया पर वायरल वीडियोज मे जो कैलाश चन्द्र मेघवाल खोहरा चौहान के द्वारा पत्रकार महेश चन्द मीना को भी भेजा गया है।
बलाई समाज खोहरा चौहान के लोगो ने मिडिया के माध्यम से रैणी प्रशासन व अलवर जिला प्रशासन के पास भी इस खबर को भेजने का आग्रह किया है इसलिए मिडिया ने भी इस खबर को वरियता देते हुए प्राथमिकता दी है।
उल्लेखनीय इसमे यह बात भी है कि जनवरी 2020 से तो स्थानीय सरपंच भी इसी खोहरा चौहान गांव का ही है तो फिर भी सरपंच केन्द्र सिंह राजपूत ऐसे जनहित कार्य कराने मे रूचि क्यो नही ले रहा है,,,? यह भी एक सोचनिय व विचारणीय बिन्दू है। 16 नवम्बर 2022 को खोहरा चौहान के बलाई मोहल्ला मे धनीराम बलाई की मृत्यु हो गई तो जब पूर्वजो के श्मशान घाट पर मृतक धनीराम बलाई के शव को दाह संस्कार हेतू जलाने के लिए ले गए तो बलाई समाज के लोगो को विकट समस्याओ का सामना करना पड़ा इसी से आहत व दुखी होकर बलाई समाज के लोगो ने धनीराम के तीये के दिन मिडिया के माध्यम से इस समस्या को उजागर करने का निर्णय लिया। इस मौके पर किशनलाल बलाई भूतपूर्व वार्ड पंच तथा देबू बलाई, हरबक्श बलाई, खिलारी बलाई, कैलाश चन्द्र बलाई सहित बलाई समाज के अनेक लोग मौजूद थे ।