ऑक्सीजन सिलेंडर लगाने में देरी से गई जान, परिजनों ने कोविड अस्पताल में किया हंगामा
पीबीएम के कोविड हॉस्पिटल में स्टाफ की लापरवाही से एक और कोरोना रोगी की जान चली गई।कोविड हॉस्पिटल के आईसीयू में भर्ती सास को बचाने के लिए बहू जोर-जोर से ऑक्सीजन के लिए चिल्लाती रही। इधर-उधर दौड़कर डॉक्टर और कर्मचारियों को आवाज लगाती रही। एक कर्मचारी ने आधे घंटे रुकने को कहा। देखते देखते सास हाजन बनो की सांसें उखड़ गईं
बीकानेर
बीकानेर के कोविड हॉस्पिटल के आईसीयू में भर्ती सास को बचाने के लिए बहू जोर-जोर से ऑक्सीजन के लिए चिल्लाती रही। इधर-उधर दौड़कर डॉक्टर और कर्मचारियों को आवाज लगाती रही पीबीएम के कोविड हॉस्पिटल में स्टाफ की लापरवाही से एक और कोरोना रोगी की जान चली गई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पीबीएम के कोविड-19 हॉस्पिटल में मृतक हाजन बानो के पुत्र उस्मान और उसकी पत्नी ने आरोप लगाया कि बार-बार कहने के बाद भी हॉस्पिटल के कर्मचारियों ने उनकी बात पर ध्यान नहीं दिया और आधे घंटे रुकने के लिए कहते रहे इस बीच उनकी मां के साथ-साथ रोगियों की सांसे भी उखड़ने लगी थी सभी के शोर मचाने के आधे घंटे बाद डॉक्टर वहां पहुंचे लेकिन तब तक हाजन बानो की मौत हो चुकी थी
मृतका हाजन बानो के पुत्र उस्मान का कहना था कि ऑक्सीजन का लेवल 90 था वह एकदम से 20% रह गया जिससे कि उनकी मां तड़पने लगी पेशेंट ऑक्सीजन की कमी से यहां मर रहे हैं
हॉस्पिटल के प्लांट में 15 से 20 सिलेंडर एक साथ लगाए जाते हैं। चौबीस घण्टे में करीब ढाई सौ सिलेंडर लग जाते हैं। इसके अलावा अन्य विभागों के आइसीयू में भी ऑक्सीजन की जरूरत रहती है। मेडिसिन के डी वार्ड में भी काफी मरीज ऑक्सीजन पर हैं। वहां कोरोना सस्पेक्टेड रोगियों को रखा हुआ है। इसके अलावा प्राइवेट हॉस्पिटल में भी ऑक्सीजन की सप्लाई हो रही है
पीबीएम हॉस्पिटल के कोविड हॉस्पिटल, सर्जरी, मेडिसिन सहित सभी आईसीयू में भर्ती रोगियों के लिए रोजाना 500 ऑक्सीजन सिलेंडर चाहिए, जबकि ठेकेदार फर्म करीब 400 ही सप्लाई कर रही है। ऑक्सीजन सप्लाई के नोडल प्रभारी डॉक्टर राजेन्द्र सौगत ने पीबीएम अधीक्षक को हाल ही में पत्र लिखकर हालात की जानकारी दी।