को-ऑपरेटिव बैक लिमिटेड की ग्रामसेवा सहकारी समिति मे 2.56 करोड का घोटाला उजागर: चार के खिलाफ मामला दर्ज
पहाड़ी (भरतपुर, राजस्थान) पहाड़ी उपखण्ड के गांव भौरी की ग्राम सेवा सहकारी समिति में फर्जी तरीके से ऋणमाफी क्लिेम पास कराके 2 करोड 34 लाख रूपये की राशि हडपने का मामला प्रकाश मे आया है।जिसकी रिर्पोट पहाडी थाने मे गुरूवार को दी भरतपुर की केन्द्रिय सहकारी बैंक लिमिटेड के कामां शाखा के प्रबंधक रामदयाल मीना ने 4 के खिलाफ नामजद दर्ज कराई है
भोरी में दी भरतपुर सैन्ट्रल को-ऑपरेटिव बैक लिमिटेड की ग्राम सेवा सहकारी समिति संचालित है।कामां निवासी तत्कालीन कार्यवाहक एंव ऋण प्रबंधक दिलबाग सिंह, शाखा प्रबंधक नवीन कुमार गौतम ,समिति व्यवस्थापक त्रिभुवन, कुम्हेर के सिकरोरी निवासी केशियर विनय कुमार ने फर्जकारी तरीके से मिलकर 2 करोड 56 लाख का धोटाला किया है।
सदस्यों के फर्जी डाटा अपलोड किए गए। इन कृषको को बिना ऋण वितरण किए फर्जी ऋणमाफी करवा ली गई। जॉच में तीनो की लिप्तता पाई गई है।भौंरी ग्राम सेवा सहकारी समिति लि0 में ऋणमाफी के फर्जी क्लेम की 2.56 करोड़ रूपये की राशि समिति के बचत खाते में जमा की गई। जिसे बाद में समिति व्यवस्थापक द्वारा निकाल कर अपने बचंत खाते मे डाल लिया गया।
इसी तरह 3 कृषकों को वर्ष 2018 की ऋणमाफी का लाभ दिए बिना एवं अवधिपार ऋण होते हुए भी पुन: ऋण वितरण दिखाकर ऋणमाफी पोर्टल पर ऋणमाफी कराई गई और उच्चाधिकारियों से जानबूझकर गलत दस्तावेजों को सही बताकर अपनी अनुशंषा के साथ गलत आधार पर स्वीकृति ली गई। उक्त 3 सदस्यों में से 2 कृषकों को साख - सीमा से अधिक भुगतान कर ऋणमाफी का लाभ दिलाया गया है।
रामदयाल मीणा (शाखा प्रंबधक कामां) का खहना है कि- मेरे द्वारा पहाडी थाने मे रिर्पोट दर्ज कराई गई है जिसमे तीन कामां के एक कुम्हेर के सिकरोरी का निवासी है जॉच के बाद चारो दोषी पाऐ गए है। जिन्होने 2.56 करोड का धोटाला किया है