रामगढ़ विधानसभा से कांग्रेस टिकट के लिए बुधवार को 10 आवेदन आए: चुनावी जंग शुरू
गोविंदगढ़ अलवर ,राजस्थान
कांग्रेस पार्टी से अलवर जिले की सभी 11 विधानसभा टिकटों पर चुनाव लड़ने के लिए ब्लॉक अध्यक्ष को आवेदन सौंप गए जिसमें रामगढ़ विधानसभा से कल 10 आवेदन प्राप्त हुए। जिम चौंकाने वाली बात यह रही की टिकट के दावेदारी के लिए दिए गए फॉर्म में मेवात विकास बोर्ड के अध्यक्ष जुबेर खान का आवेदन नहीं था वैसे आज आवेदन करने का आखिरी दिन है।
रामगढ़ मे अलवर-दिल्ली मार्ग पर स्थित रघुवंश रिसोर्ट में कार्यक्रम में पधारे प्रभारी हिम्मत सिंह पटेल का माला पहनकर साफा बांधकर रामगढ़ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया इस मौके पर बैठक को संबोधित करते हुए कई कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस पार्टी के हित में कांग्रेस प्रत्याशी के हक में वोट देने की व एक दूसरे के मतभेदों को भुलाकर कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी को जिताने की बात कही। लेकिन धरातल पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं में संगठन के प्रति नाराजगी भी देखी जा रही है
बुधवार को आयोजित बैठक में प्रभारी हिम्मत सिंह पटेल एवं जिला अध्यक्ष योगेश मिश्रा की मौजूदगी में रामगढ़ विधानसभा से 10 प्रत्याशियों ने अपना दावा पेश किया जिसमें मौजूदा विधायक साफिया जुबेर खान ,पूर्व विधायक राजेंद्र गांडूरा, रामगढ़ प्रधान नसरू खान, लक्ष्मणगढ़ प्रधान प्रतिनिधि जाकिर हुसैन, लियाकत खान ,जुम्मा खान ,जिला महासचिव हरिशंकर रावत ,वीर सिंह नापा ,रामेश्वर सैनी एवं रहमुद्दीन खान ने अपना दावा पेश किया।
रामगढ़ विधानसभा सीट के लिए 1952 में हुए पहले चुनाव में कांग्रेस की गंगादेवी, सन् 1962 में कांग्रेस से उमा माथुर , वर्ष 1977 में कांग्रेस से जयकिशन शर्मा, सन् 1985 में कांग्रेस से सोहनलाल अरोड़ा ओर फिर वर्ष 1990 से कांग्रेस के जुबेर खान एवं 2018 में सफिया जुबेर खान प्रत्याशी रहे और अब रामगढ़ विधानसभा में स्थानीय कार्यकर्ताओं के द्वारा स्थानीय उम्मीदवार की मांग की जा रही है दावा हर बार स्थानीय उम्मीदवारों के द्वारा किया जाता है लेकिन शीर्ष नेतृत्व स्थानीय उम्मीदवारों की दावेदारी को नजरअंदाज कर देता है देखने वाली बात यह होगी कि इस बार क्या शीर्ष नेतृत्व कार्यकर्ताओं की मांग पर ध्यान देता है या नहीं।
रिटायर्ड वरिष्ठ अध्यापक, संरक्षक ब्राह्मण समाज गोबिंदगढ़ एवं पूर्व शिक्षक नेता कमलेश खेड़ापति के अनुसार रामगढ़ विधानसभा के आसपास के सभी विधानसभा क्षेत्र में वहां के स्थानीय उम्मीदवारों को जब कोंग्रेस पार्टी टिकट देती है तो रामगढ़ विधानसभा में बाहर के उम्मीदवारों को क्यों भेजा जाता है अगर उम्मीदवार बाहर के ही भेजने हैं तो कार्यकर्ता भी बाहर से ही क्यों नहीं मंगा लेते । शायद कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व को यहां पर कार्य कर रहे कार्यकर्ताओं में नेतृत्व की क्षमता का अभाव नजर आता है इस कारण से उन्हें यहां पर टिकट नहीं दिया जा रहा आजादी से लेकर आज तक क्या शीर्ष नेतृत्व रामगढ़ विधानसभा में उचित नेतृत्व को खड़ा करने में नाकाम रही है।
बहरहाल रामगढ़ विधानसभा से कांग्रेस के टिकट के लिए दावा पेश करने वालों में राजेंद्र गांडूरा, जाकिर हुसैन , लियाकत खान, जुम्मा खान ,हरिशंकर रावत, वीर सिंह नापा आदि जैसे नाम स्थानीय उम्मीदवार के तौर पर लिए जा रहे हैं। और शीर्ष नेतृत्व स्थानीय उम्मीदवार के तौर पर दावा पेश करने वाले कांग्रेसी कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी को कांग्रेस के टिकट के लिए योग्य कितना समझाता है यह तो शीर्ष नेतृत्व ही टिकट की घोषणा के समय बता पाएगा