बदायूँ के स्कूली बच्चों ने चंद्रयान की डिजाइन में बनाए प्रोजेक्ट ,टीचरों ने बच्चों को अंतरिक्ष की दी जानकारी
बदायूँ/यूपी (अभिषेक वर्मा)
बदायूँ/यूपी- चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के लिए भारत में जबरदस्त उत्साह देखने कों मिला दिन बुधवार (23 अगस्त) की शाम 6 बजकर 4 मिनट पर चंद्रयान-3 का लैंडर विक्रम चांद के दक्षिणी ध्रुव पर सफलता पूर्वक उतर गया। ऐतिहासिक पल के वक्त के दौरान भारतवासियों की धड़कनें बढ़ती जा रही थी, भारत का हर नागरिक दुआओं और प्रार्थनाए करता दिख रहा था, जिसमे भारतीय छात्र–छात्राएं मिशन चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग की कामना करते दिखे स्कूलो में चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग की लाइव दिखया गया था बताते चले इसी क्रम में बदायूँ जिले के दातागंज नगर में स्थिति ज्योति बाल विद्यालय दातागंज बदायूँ में दिन शनिवार को चंद्रयान 3 की डिजाइन की कई प्रोजेक्ट बनाए, इस कार्यक्रम में मौजूद रितेश जौहरी उर्फ़ सीटू ने एक बच्चे को रॉकेट की शक्ल में खड़ा कर सम्पूर्ण जानकारी दी साथ ही कहा कि चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग सफल होने से दक्षिणी ध्रुव पर लैंड करने के मामले में भारत उपलब्धि हासिल करने वाला पहला देश बन गया हैं. 23 अगस्त का दिन अब राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस के तौर जाना जाएगा। स्कूल के अध्यापक प्रबंधक शरद जोहरी ने बताया कि हम लोगों ने बच्चों के साथ (23 अगस्त) की शाम 6 बजकर 4 मिनट के बाद राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस को सेलिब्रेट किया था साथ ही कॉल्स टीचरों ने बच्चों को चंद्रयान-3 की जानकारी दी थी भारत के हर नागरिक के लिए गर्व की बात हैं कि चंद्रयान 3 के चंद्रमा पर सुरक्षित उतर गया हैं हमारा देश भारत दुनिया का पहला देश बन गया है. इस सफल अभियान में जुड़े सभी वैज्ञानिकों ने अपने हुनर और कौशल के जरिए सफलता पाई है जिसके लिए सभी वैज्ञानिक बधाई के पात्र है। जिन्होंने पूरे विश्व में भारत की पताका फहराया है। प्रगति और क्षमता का प्रदर्शन किया है। कार्यक्रम में मानसी गौतम, मानसी गौतम,अंक्षित शंकर जौहरी, अंशिका,अभय,रोहित ने भारतीय वैज्ञानिको के ऊपर मेरे भारत के वैज्ञानिक तुम गौरव हो जैसी कई सुंदर सुंदर कविताएं प्रस्तुत की।अभय शंकर जोड़ी , लकी, हिमांशु, विक्रांत सैनी, अर्पणा सिंह, पारस, रिचा गुप्ता, निर्दोष मिश्रा, अंजलि, ऐलीशा, रागिनी,साक्षी, वैभव, सीटू, कशिश, माही, खुशबू देवी आदि छात्र-छात्राओं ने अंतरिक्ष में उतरे चंद्रयान 3 के सुंदर सुंदर प्रोजेक्ट बनाए।