समाज सेवा ही ईश्वर सेवा के समान है: चौपड़ा
गुरला (बद्री लाल माली)
भीलवाड़ा समाज सेवा ही ईश्वर सेवा के समान है इसके तहत समाज के जरूरतमंद लोगों की मदद कर उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ना एवं प्रगति के मांर्ग पर अग्रसर करना प्रत्येक यूनेस्को सदस्य का पहला कर्त्तव्य है। ऐसी परोपकार भावना से ही यूनेस्को की गतिविधियों को आगे बढ़ाया जा सकता है। यह विचार स्टेट फेडरेशन ऑफ यूनेस्को एसोसिएशन इन राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष नेमीचंद चौपड़ा ने दो दिवसीय भीलवाड़ा दौरे के तहत स्थानीय सर्किट हाउस में आयोजित बैठक में जिला यूनेस्को एसोसिएशन के पदाधिकारियों के समक्ष व्यक्त किये। उन्होंने यह भी कहा कि आज के भौतिकवादी युग में पीड़ित मानव की सेवा अत्यंत दुर्लभ कार्य है। भारतीय दर्शन सेवा में सेवा भाव को सर्वोच्य स्थान प्राप्त है जो हमें निष्काम कर्म के लिए प्रेरित करती है। इससे पूर्व प्रदेश अध्यक्ष चौपड़ा का जिला यूनेस्को एसोसिएशन के पदाधिकारियों द्वारा इनका मेवाड़ी पगड़ी पहना कर स्वागत सम्मान किया। .
भीलवाड़ा जिला यूनेस्को एसोसिएशन के कार्यकारी अध्यक्ष दिनेश जैन ने बताया कि नेमीचंद चौपड़ा के दो दिवसीय भीलवाड़ा आवास पर रहने के दौरान जैन समाज के विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेने के साथ ही यूनेस्को के प्रदेश संयोजक गोपाल लाल माली की दादी के निधन पर शोक प्रकट करने उनके निवास स्थान पहुंचे, जहां पर शोक संप्तृत परिवार को ढांढस बंधाने के साथ ही श्रद्धांजलि अर्पित कर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। सर्किट हाउस में हुई बैठक में जिला यूनेस्को एसोसिएशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष चेतन मानसिंहका, सचिव जगदीश चन्द्र मून्दड़ा, निदेशक कमलेश जाजू, विशाल विजयवर्गीय, चिंरजीलाल टांक, शंकर लाल गोयल, महेन्द्र सिंघवी, तोताराम सांखला, कन्हैयालाल माली, सत्यनारायण माली, रामचन्द्र मून्दड़ा, माली (सैनी) महासभा के जिला कार्यकारी अध्यक्ष भैरूलाल माली सहित अनेक पदाधिकारी व सदस्य मौजूद थे।