पत्नी के शिक्षक बनने पर धोक लगाने गया था परिवार, छः की मौत
वैर / भरतपुर / राजस्थान ( कौशलेंद्र प्रकाश दत्तात्रेय)
मृतकों में दो दंपति व दो बच्चे शामिल, सांड को बचाने के प्रयास में कार से भिड़ी बस
जिले के रूपवास थाने के गांव खानसूरजापुर के पास रविवार देर रात गौवंश को बचाने में निजी बस व कार की भिड़ंत हो गई। इसमें दो परिवार के छह लोगों की मौत हो गई ।मृतक आपस में साडू है और उनकी पत्नियां आपस में सगी बहनें है। मृतकों में दोनों दंपति की बेटी व बेटा भी शामिल है। मृतक पत्नी सुधा के शिक्षक बनने पर साडू के परिवार को लेकर खाटू श्यामजी से धोक लगाकर लौट रहा था। पुलिस के अनुसार बड़े साडू संतोष की पत्नी सुधा का हाल ही में रीट परीक्षा में शिक्षक पद के लिए चयन हुआ था। चयन होने पर उन्होंने परिवार समेत खाटू श्याम जी में धोक लगाने की मन्नत मांगी थी। इस पर दोनों परिवार एक ही गाड़ी से खुशी के अवसर पर खाटू श्याम मंदिर में धोक लगने गए हुए थे ।परिवार शनिवार शाम को धौलपुर से रवाना हुआ था और रविवार को दर्शन करने के बाद शाम वहां से वापस घर लौट रहे थे ।जहां रास्ते में खानसूरजापुर के पास सांड सामने आने से निजी बस बेकाबू हो गई और कार से भिड़ गई। इसमें कार सवार हरेंद्र सिंह पुत्र हेतराम निवासी मिडवे होटल के पीछे थाना निहालगंज धौलपुर, हरेंद्र की पत्नी ममता, बेटी जान्हवी व साडू संतोष लोधा पुत्र गोपाल निवासी खड़गपुर थाना सदर धौलपुर ,संतोष की पत्नी सुधा व बेटे अनुज की मौत हो गई। जब कि हरेंद्र की बड़ी बेटी आयशा 16 वर्ष और 1 वर्ष का बेटा कन्हा, संतोष का बड़ा बेटा भावेश 15 वर्ष घायल हो गए हैं। इनकी हालत फिलहाल खतरे से बाहर बताई गई है। पुलिस ने छ मृतकों के शवों का पोस्टमार्टम कराया। वहीं कार को हरेंद्र लोधा चला रहा था ।हादसे के बाद हाईवे पर जाम लग गया तो पुलिस ने जेसीबी मशीन की मदद से दोनों दुर्घटनाग्रस्त वाहनों को हाईवे से हटवाकर जाम को खुलवाया। क्षतिग्रस्त वाहनों को थाना परिसर में कराया खड़ा।
हर दिन हादसे.. मौत बन कर दौड़ रहा गोवंश
राष्ट्रीय राजमार्ग से लेकर धौलपुर भरतपुर नेशनल हाईवे तक आवारा गौवंश का आतंक है ।आए दिन हादसे हो रहे हैं ।ऐसे में लोगों को वाहन चलाने में सावधानी बरतने की आवश्यकता है। एक सप्ताह पहले भी नेशनल हाईवे पर सांड से टकराने के कारण बाइक सवार की मौत हो गई थी। इसके अलावा दर्जनों हादसे आवारा गौवंश के कारण हो चुके हैं।
आधी रात को होते हैं हादसे, रखें ध्यान
सूनी सड़क तेज रफ्तार और ठंडी हवाओं के झोंके मतलब हादसा। यह कुछ ऐसे कारण है जो अक्सर ही हादसे की वजह बनते है। विशेषज्ञ बताते हैं कि दिन के बजाय रात में हादसों की आशंका अधिक होती है। ड्राइवर के साथ बैठा व्यक्ति बिल्कुल सजक रहे। वह ड्राइवर से लगातार बात करें, ताकि उसे नींद नहीं आए सुनसान रोड होने पर भी हार्न का उपयोग करें। इससे पशु गाड़ी के आगे आने से बचेंगे । विशेषज्ञ बताते हैं कि सभी लोग सीट बेल्ट जरूर लगाएं। सीट बेल्ट लगाने पर ही एयरबैग खुलते हैं। इससे जान जाने की कम वजह होती हैं ।
तीन बच्चे भी घायल, खान सूरजापुर के पास हदसा
बेटा बोला ..नींद में थे, अचानक लगा विस्फोट हो गया
हादसे में घायल संतोष के बड़े बेटे भावेश को परिजनों ने उसके माता-पिता और भाई की मौत की बात नहीं बताई है। उसने बताया कि रात को हम सभी भाई-बहन व मम्मी तो नींद में थे। अचानक पापा व मौसाजी के तेज चिल्लाने की आवाज आई और अचानक लगा कि कोई बड़ा विस्फोट सा हो गया है ।वो दोनों हम सभी भाई बहनों का नाम पुकार रहे थे ।इसके बाद मुझे कुछ भी मालूम नहीं है ।जब होश आया तो खुद को अस्पताल में बैड पर पड़ा पाया ।
खून से लाल गाड़ी... सपने चकनाचूर
हादसे के बाद जब पुलिस पहुंची तो कार खून से लाल थी। हादसा इतना वीभत्स था कि कार पूरी तरह से पिचक गई । मृतक रीट परीक्षा का परिणाम आने के बाद से ही खाटू श्यामजी जाने की योजना बना रहा था। ऐसे में बच्चों को स्कूल की ज्यादा छुट्टी न करनी पड़े ,इसलिए शनिवार रविवार का प्लान बनाया। थानाधिकारी बनी सिंह गुर्जर ने बताया कि भरतपुर कंट्रोल रूम से सूचना मिलने पर घाटौली चौकी इंचार्ज सियाराम धाकड़, उप निरीक्षक विजेंद्र शर्मा, निजी, सरकारी वाहनों, नेशनल हाईवे की पेट्रोलिंग गाड़ी व एंबुलेंस के साथ मौके पर पहुंचे।