बाबा ने ऊंच-नीच की खाई काे खत्म कर समानता से जीने का संदेश दिया- पूर्व प्रधान
लापोद में बाबा रामदेव के नाम भजन संध्या में रामदेवजी की महिमाओ का किया बखान
सुमेरपुर (पाली, राजस्थान/ बरकत खान) उपखण्ड क्षेत्र के लापोद गांव में मेघवाल समाज द्वारा गुरूवार काे देव छठ पर्व के उपलक्ष में एक शाम बाबा रामदेव के नाम विशाल भजन संध्या का आयोजन किया गया। मेघवाल युवा मंच एवं समस्त मेघवाल समाज लापोद की अाेर से अायाेजित भजन संध्या में गायक कलाकार देवाराम चौधरी एण्ड पार्टी बाली द्वारा एक से बढ़कर एक रामदेवजी के भजनाें की प्रस्तुतियां दी गई। भजन संध्या का शुभारंभ गणपति वंदना व गुरू वंदना के साथ किया गया। इसके बाद गायक कलाकार ने अपने भजनाें के माध्यम से श्राेताअाें काे भाेर तक बांधे रखा। कलाकार ने बाबा रामदेवजी की महिमाअाें का बखान किया। मंच कार्यकर्ता भेरू सोलंकी ने बताया कि कार्यक्रम में पहुंचे पूर्व प्रधान व जिला परिषद सदस्य हरिशंकर मेवाड़ा, शिशुपाल सिंह निंबाड़ा, सुरेन्द्र परमार, मुकेश बाराेलिया, याेगी भंवरनाथ अादि का युवा मंच की अाेर से माला व साफा पहनाकर बहुमान किया गया।
भजन संध्या काे संबाेधित करते हुए पूर्व प्रधान मेवाड़ा ने कहा कि 400-500 साल पहले उस युग में बाबा रामदेवजी ने जात-पात का भेद मिटाकर समानता से जीवन जीने का संदेश दिया। हमारे अादर्श बाबा साहेब डा. भीमराव अंबेड़कर ने भी अपना पूरा जीवन ऊंच-नीच, भेदभाव और छूआछूत के उन्मूलन जैसे कार्यों के लिए समर्पित कर दिया। उन्हाेंने संविधान का निर्माण कर ऊंच-नीच की खाई काे मिटाते हुए सभी काे समानता का अधिकार दिया। उन्हाेंने कहा कि मैं समाज से यही कामना करता हूं कि उन्हीं के पद् चिन्ह्ाें पर चलते हुए हम भेदभाव व दूरियाें काे मिटाने हुए एक-दुसरे का हाथ थाम के नित नई ऊॅंचाईयाें काे छुए। भजन संध्या करवाने पर मेघवाल समाज का अाभार जताया व कहा कि इस प्रकार के अायाेजनाें से अाने वाली युवा पीढ़ी में भी धर्म के प्रति अास्था काे बल मिलता है। इस प्रकार के अायाेजन हाेते रहने चाहिए। इससे पूर्व शाम काे बाबा रामदेवजी की महाअारती की गई। जिसमें बाबा काे महाप्रसादी का भाेग लगाया गया व भक्तजनाें ने प्रसादी का लाभ लिया। मंच संचालक प्रमोद परिहार पाली ने किया।