लक्ष्मणगढ़ में धूमधाम से मनाई गई शहीद ए आजम भगत सिंह की 116वी जन्म जयंती
लक्ष्मणगढ़ में शहीद ए आजम भगत सिंह जी की 116वी जन्म जयंती मनाई गई उन्हें सबसे पहले शुद्ध जल से नहलाकर उन्हें पुष्प माला पहनाई गई तथा देशभक्त नारे लगाए गये जिनमें
*प्रेम पटेल प्रदेश सचिव व जसवंत सिंह नरुका* ने बताया कि
भगत सिंह एक क्रांतिकारी थे. जिन्होंने भारत की आजादी के लिए अपनी जान की परवाह किया बिना अंग्रेजों से जमकर टक्कर ली । 28 सितंबर का दिन भगत सिंह की जंयती के रुप में मनाया जाता है ।
भरत सिंह पटेल ने बताया कि भगत सिंह का जन्म 28 सितंबर 1907 में हुआ था. महज 23 साल की उम्र में उन्होंने अपने देश को स्वत्रंता दिलाने के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए थे ।
तुफान नरुका ने बताया कि भगत सिंह का ये जुनून देख कर ब्रिटिश सम्रराज्य हिल गया था. इसीलिए भगत सिंह के इस योगदान को आज हम उनकी जयंती पर याद कर रहे हैं।
सौरभ साहू ने बताया कि भगत सिंह को लिखने का बहुत शौक था, जेल में भी भगत सिंह लिखते थे और उनकी डायरी चर्चित थी।
त्रिलोक मीणा ने बताया कि भगत सिंह ने हंसते-हंसते अपने प्राण अपने देश के लिए न्योछावर कर दिए , इसमें प्रेम पटेल प्रदेश सचिव जसवंत सिंह नरुका तुफान नरुका सौरभ साहु भरत सिंह पटेल त्रिलोक मीणा गजेन्द्र सिंह कैमला आदि लक्ष्मणगढ़ के गणमान्य लोग उपस्थित होकर भगत सिंह जी को माला अर्पित की गई।