इंदिरा गांधी स्मार्टफोन योजना के तहत मोबाइल नहीं मिलने से आक्रोशित भीड़ ने किया हंगामा: सीएम और चिकित्सा मंत्री के खिलाफ लगाए नारे
दौसा जिले के लालसोट उपखंड मुख्यालय पर स्थित नई अनाज मंडी में इंदिरा गांधी स्मार्टफोन योजना के तहत मोबाइल वितरण किया जा रहे हैं। ऐसे में शुक्रवार सुबह से ही सैकड़ों की संख्या में महिला व बालिकाएं मोबाइल फोन लेने के लिए लाइन में लगी हुई थी। वही भीड़ अधिक होने से कर्मचारियों ने मोबाइल फोन बांटना बंद कर दिया। ऐसे में महिलाओं को फोन नहीं मिलने से आक्रोशित महिलाओं की भीड़ ने जोरदार हंगामा कर दिया। वहीं कर्मचारियों को मौके पर भीड़ को शांत करने के लिए पुलिस जाब्ता भी बुलवाना पड़ गया। इस दौरान स्मार्टफोन लेने पहुंची स्कूली छात्राओं ने कहा कि चार-पांच दिन से मोबाइल फोन लेने के लिए हम यहां हर रोज आते हैं और हमारी स्कूल की पढ़ाई छूट रही है हम हर रोज स्कूल से छुट्टी लेकर यहां मोबाइल लेने के लिए आते हैं और मोबाइल फोन नहीं दिया जा रहा है।
लोगों ने कहा कि कई बुजुर्ग महिलाएं तो ऐसी है जो बीमार है और उनकी चलने फिरने की भी हालत नहीं है ऐसे में उन्हें किराए का रिक्शा करके मोबाइल फोन लेने के लिए आना पड़ता है। यहां काफी घंटे बाद इंतजार करने पर भी मोबाइल फोन नहीं मिलता है और निराश होकर वापस अपने घर लौट जाते हैं। ऐसे में पिछले से 7 दिन से यहां मोबाइल फोन लेने के लिए चक्कर लगा रहे हैं।
महिलाओं ने कहा कि ग्रामीण इलाकों से दूर दराज से हम यहां किराए देकर हर रोज आते हैं और मोबाइल फोन नहीं दिया जाता है। ऐसे में अगर मोबाइल फोन नहीं देना है तो मना कर दो लेकिन हमारा रोज-रोज किराया तो मत लगाओ और हमारा खेती बाड़ी और घर का कामकाज भी नहीं होता है और हम सुबह से ही आज भूखे प्यासे रहकर धूप में लाइन लगाकर खड़े थे और कर्मचारियों ने मोबाइल फोन नहीं दिए, जब हमने उनसे मोबाइल फोन के लिए कहा तो उन्होंने हमे धक्के देकर बाहर निकाल दिया। इस दौरान मोबाइल फोन नहीं मिलने से आक्रोशित भीड़ उग्र होकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे भी लगा दिए।
सहायक विकास अधिकारी बीरबल ने कहा कि - मोबाइल फोन 150 ही है और भीड़ सैकड़ों की संख्या में है। पात्र लोगों के साथ उनके बच्चे और पति भी आते हैं। ऐसे में भीड़ अधिक हो जाने की वजह से व्यवस्था हो रही है जिस कारण मोबाइल फोन वितरण नहीं किया जा रहे हैं जैसे ही भीड़ कम होगी तो टोकन प्रक्रिया के साथ शांतिपूर्ण तरीके से मोबाइल फोन वितरित किए जाएंगे।