मुख्य बाजारों में धूल के उड़ते गुबार से व्यापारियों व आमजन को भारी परेशानी: सडक़ निर्माण होने तक प्रतिदिन दिन में तीन बार पानी का छीडक़ाव करवाने की मांग
कोटपूतली (इशाक खान) कोटपुतली कस्बे के मुख्य बाजार में राजकीय सरदार विधालय से लेकर शनि मंदिर तक आम रास्ते पर दिन भर उडऩे वाली धूल ने स्थानीय व्यापारियों सहित बाजार में आने जाने वाले आमजन का जीना दुभर कर दिया है। उल्लेखनीय है कि नगर परिषद द्वारा सडक़ की चौड़ाई बढ़ाने के लिए निर्माण को तोडऩे के बाद उक्त मार्ग पर सडक़ का निर्माण करवाया जाना था। लेकिन 16 माह से अधिक का समय बीत जाने के बावजुद भी स्थिति जस की तस है। यही नहीं उक्त मार्ग पर डस्ट भी डलवाई गई है जो आम रास्ते पर आंधी की तरह उड़ती है। शुक्रवार को इसके विरोध में बड़ी संख्या में व्यापारियों ने एकत्रित होकर नगर परिषद के प्रति आक्रोश व्यक्त किया। राकेश सैनी, महेश सैनी, प्रवीण बंसल, रामजीलाल, सरजीत गुर्जर, नवीन शर्मा, विक्रम सैनी, राजेन्द्र, घनश्याम, राधेश्याम, अनिल, कुलदीप आदि व्यापारियों ने बताया कि दिन भर उडऩे वाली धूल मिट्टी से व्यापारियों को श्वांस की बीमारी हो रही है, वहीं दुकान का सामान भी खराब हो रहा है। अत: सडक़ का निर्माण होने तक दिन में तीन बार पानी का छीडक़ाव करवाया जायें। ताकि प्रतिदिन उडऩे वाली धूल मिट्टी से निजात मिल सकें। इस सम्बंध में स्थानीय पार्षद मीनू बंसल ने भी नगर परिषद सभापति व आयुक्त को पत्र भेजकर पानी का छीडक़ाव करवाने, रोड़ लाईट चालू करवाने, लिंक नालियों व नालों का क्रॉस बनवाने की मांग की है। ज्ञापन में बताया कि लम्बा समय बीत जाने के बावजुद भी सडक़ का निर्माण नहीं हुआ है। विगत दिनों उक्त मार्ग पर रोड़ी व मुर्रम डाली गई है। जिस पर वाहनों का आवागमन होने से पूरे दिन कस्बे में धूल व मिट्टी उड़ती है। जिससे व्यापारियों व आमजन को भारी परेशानी के साथ-साथ व्यापार ठप पड़ा है, वहीं श्वांस की गंभीर बीमारियां भी पनप रही है। मास्टर प्लान की कार्यवाही के दौरान मुख्य मार्गो के लाईटों के पोल टुट जाने से रोड़ लाईट कनेक्शन भी हट गये है। जिसके चलते आजाद चौक सहित मैन बाजार में 8 माह से रोड़ लाईट बंद पड़ी है एवं अंधेरे में डूबे रहने के कारण चोरी व अन्य वारदातों को बढ़ावा मिल रहा है। साथ ही सडक़ों पर बनाये गये नाले व क्रॉस टुट जाने से विभिन्न गली, मौहल्लों के नालों से गंदे पानी की निकासी भी बाधित है। उक्त गंदा पानी विभिन्न जगह भर जाने से बीमारियां फैल रही है। ज्ञापन में मुख्य बाजार की उक्त सडक़ का निर्माण ना होने तक नियमित रूप से पानी के छीडक़ाव की मांग की गई है।