श्रीमद्भागवत सप्ताह के सप्तम दिन बैरेर मे काली माता की भव्य झांकी निकाल कर इसके अनेक रूपो का किया वर्णन
रैणी (अलवर / महेश चन्द मीना) अलवर के रैणी-उपखंड क्षेत्र के गांव बैरेेर चामुंडा माता के मंदिर में चल रही श्रीमद् देवी भागवत कथा का शनिवार को सप्तम दिवस था जिसमें काली माता की सुंदर झांकी निकाली पूरा पांडाल भक्ति में डूबा रहा काली , महाकाली , जगदंबा तेरे रूप अनेको विष्णु शुक्ला ने भजन सुना कर खूब तालियां बटोरी राष्ट्रीय कथा प्रवक्ता रुद्र कृष्ण महाराज ने सुंदर कथाओं का वाचन किया जिसमें मुख्य सातवें दिन दुर्गा माता के सातवें स्वरूप मां कालरात्रि की पूजा की जाती है।
माता कालरात्रि का स्वरूप देखने में अत्यंत भयानक है , लेकिन भक्तों को सदैव शुभ फल प्रदान करने वाला है।माहेश्वरी वृषारूढा कौमारी शिखिवाहना।लक्ष्मी: पद्मासना देवी पद्महस्ता हरिप्रिया॥माहेश्वरी वृषभ पर आरूढ़ होती हैं। कौमारी का मयूर है। भगवान् विष्णु की प्रियतमा लक्ष्मीदेवी कमल के आसन पर विराजमान हैं और हाथों में कमल धारण किये हुए हैं। इस मौके पर सुरेश तिवारी , छगनलाल शर्मा , रतन लाल मीणा , भौरिया पटेल , शिवरतन जांगिड़ , राम सिंह , छोटा पटेल , घनश्याम तिवारी, सोनू शर्मा , गोपू शर्मा सहित आसपास के सैकड़ो श्रद्धालु मौजूद रहे।