हिट एंड रन के नए कानून के खिलाफ जहाजपुर में ड्राइवरों ने दिया ज्ञापन
जहाजपुर (आज़ाद नेब) केंद्र सरकार द्वारा लाए गए हिंट एंड रन कानून के विरोध में जहाजपुर क्षेत्र के ड्राइवरों ने उपखंड अधिकारी दामोदर सिंह को गृह मंत्री के नाम ज्ञापन देकर कानून को वापस लेने की मांग की है। ड्राइवरों द्वारा दिए गए ज्ञापन में बताया गया कि भारत सरकार ड्राइवरों से बिना किसी सहमति के मनमाने तरीके से कानून पास करके लागू कर दीया जाता है जिसमें ड्राइवर को बहुत खतरा है ड्राइवर पहले से हि अपनी जिंदगी परवाह किये बिना और अपने घर परिवार से दूर रहकर देश की अर्थव्यवस्था में अपनी महत्वपूर्ण भागीदारी निभाते चलते आ रहे है। ड्राइवर कोई जान बूझकर एक्सिडेंट नहीं करते है फिर भी अगर हो जाता है तो ड्राईवर उस घायल को अस्पताल ले जाने की सोचेंगे तो अस्पताल पहुंचने से पहले आम जनता द्वारा ड्राइवरों को पीट-पीट हत्या कर देतें है ऐसी स्थिती में ड्राईवर को अपनी जान बचाने के लिए भागना पड़ता है।
गौरतलब है कि पूरे देश में ट्रक और डंपर चालकों ने चक्का चाम कर दिया। उनका कहना है कि ये कानून गलत है और इसे वापस लेना चाहिए। इसी मांग को लेकर मुंबई, इंदौर से लेकर दिल्ली-हरियाणा, यूपी समेत कई जगहों पर ट्रक चालकों ने अपने-अपने ट्रक सड़कों पर खड़ा कर जाम लगा रखा है।
क्या है हिंट एंड रन कानून?
दरअसल केंद्र सरकार ने अपराध को लेकर नए कानून बनाए हैं, जिसके तहत अगर कोई ट्रक या डंपर बस या अन्य वाहन चालक किसी को कुचलकर भागता है तो उसे 10 साल की जेल होगी। इसके अलावा 7 लाख रुपये जुर्माना भी देना होगा। पहले इस मामले में कुछ ही दिनों में आरोपी ड्राइवर को जमानत मिल जाती थी और वो पुलिस थाने से ही बाहर आ जाता था। हालांकि इस कानून के तहत भी दो साल की सजा का प्रावधान था। सरकार के इस फैसले के बाद ट्रक बस सहित अन्य वाहनों के चालकों में भारी आक्रोश है। इनका कहना है कि यह सरासर गलत है सरकार को यह कानून वापस लेना होगा। ज्ञापन देने के दौरान हफीज़ बेलिम, पप्पू चौधरी, श्याम माली, मोती लाल वैष्णव, दुर्गा लाल पांचाल, सत्यनारायण सेन, हेमराज, रामपाल, सद्दीक मोहम्मद, इस्लाम मोहम्मद सहित अन्य चालक मौजूद थे।