खेल सप्ताह का समापन, स्टॉफ व छात्राओं के मध्य विभिन्न प्रतियोगितायें आयोजित
कोटपूतली।(बिल्लूरामसैनी) डाबला रोड़ स्थित श्रीमती पाना देवी मोरीजावाला राजकीय कन्या महाविद्यालय में आयुक्तालय कॉलेज शिक्षा के निर्देशानुसार व राज्य सरकार की 100 दिवसीय कार्य योजना के अन्तर्गत महाविद्यालय में खेल सप्ताह के अन्तिम दिन प्राचार्य डॉ. राजेन्द्र कुमार सिंह ने स्टॉफ व छात्राओं के मध्य रस्साकसी प्रतियोगिता का उद्घाटन करते हुए कहा कि वर्तमान में तकनीक के बढ़ते चलन के कारण बौद्धिक विकास पर तो ध्यान दिया जा रहा है लेकिन शारीरिक विकास की उपेक्षा की जा रही है। जिसके कारण बीमारियों बढ़ रही है। अत: छात्राओं को सर्वांगीण व्यक्तित्व विकास पर ध्यान केन्द्रित करना चाहिये। प्रो. चंचल कुमारी ने बताया कि स्टॉफ व छात्राओं की रस्साकसी प्रतियोगिता में छात्राओं ने विजय प्राप्त की। स्टॉफ की दौड़ प्रतियोगिता में महिला वर्ग में डॉ. कमलेश यादव ने प्रथम व प्रो. चंचल कुमारी ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया। वहीं पुरूष वर्ग में प्रो. मनोज कुमार सैनी ने प्रथम व प्रयोगशाला सहायक लोकेश कुमार गुर्जर द्वितीय स्थान पर रहे। बैडमिंटन प्रतिस्पर्धा में महिला वर्ग में प्रो. प्रिया खंगरावत प्रथम व प्रो. प्रतिभा पोसवाल द्वितीय स्थान पर रही। बैडमिंटन फाईनल में पुरूष वर्ग में प्रो. मनोज कुमार सैनी प्रथम व प्रो. विमल कुमार यादव द्वितीय स्थान पर रहे। डॉ. भावना चौधरी ने खिलाडिय़ों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि महिलायें स्वयं को किसी भी क्षेत्र में पुरूषों से कम ना समझे अपितु स्वयं में अन्तर्निहित असीम क्षमताओं को आयाम दे। इस दौरान प्रो. बिशम्भर दयाल, डॉ. उदयवीर तोषावर, जगराम गुर्जर, प्रो. चन्द्र प्रभा, राकेश सुण्डा, कैलाश सैनी, प्रसून सिंह, विकास गुर्जर, जितनेश सैनी एवं बड़ी संख्या में छात्रायें उपस्थित रहे।
युवा दिवस मनाया :- महाविद्यालय में एन.एस.एस की तीनों ईकाईयों के संयुक्त तत्वाधान में युवा दिवस मनाया गया। प्राचार्य डॉ. राजेन्द्र कुमार सिंह ने स्वामी विवेकानन्द के चित्र पर माल्र्यापण कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। उन्होंने छात्राओं से स्वामी विवेकानन्द के आदर्शों को अपने जीवन में उतारने का आह्वान करते हुए विवेकानन्द जी के उठो जागो और जब तक नहीं रूको जब तक मंजिल ना मिल जाये जैसी पंक्तियों के द्वारा सीख लेने की बात कही। कार्यक्रम अधिकारी डॉ. कमलेश यादव ने संचालन करते हुए बताया कि युवा दिवस के मौके पर हम सभी न सिर्फ स्वामी विवेकानन्द को याद कर श्रद्धांजलि दे, बल्कि हम उनके द्वारा दिये गये ज्ञान, बातों, सीखों व चरित्र के एक छोटे से हिस्से को अपने जीवन में उतारे तो हमें सफल होने से काई नहीं रोक सकता। इस दौरान पूनम, सुनिता सैनी, खामोश प्रजापत, दीपिका, सुमन, पूजा गुर्जर, पलक, दिव्या, अर्पिता, ईशा सॉखला आदि ने स्वामी विवेकानन्द के जीवन से अनेक उदाहरणों के द्वारा व्याख्यान प्रस्तुत किया। प्रो. प्रतिभा पोषवाल ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस मौके पर महाविद्यालय स्टॉफ व छात्राएँ उपस्थित रही।