दो दिवसीय प्रबोधक सम्मेलन हुआ संपन्न
मकराना (मोहम्मद शहजाद) अखिल राजस्थान प्रबोधक संघ के चतुर्थ राज्य स्तरीय दो दिवसीय शैक्षिक सम्मेलन का आयोजन शुक्रवार व शनिवार को चुरू जिले की बालाजी की धरती सालासर धाम के बालिका विद्यालय प्रांगण में किया गया। जिसमें शिक्षा में गुणवत्ता लाने, नवाचारों को बढ़ावा देने तथा शिक्षा, शिक्षक व शिक्षार्थी हितों पर विस्तार से चर्चा की गई और प्रबोधकों व शिक्षकों को गैरशैक्षणिक कार्यों व बीएलओ की जिम्मेदारी से स्कूल व बच्चों के हित में कार्यमुक्त करने के सुझाव भी प्रमुखता से रखे। इस संबंध में प्रदेश भर से आए प्रबोधकों ने अपने विचार व सुझाव भी प्रस्तुत किए और उपस्थित अतिथियों ने इनकी मांगों को पूरा करवाने में सहयोग का भरोसा दिया। संघ के कार्यालय मंत्री मोहम्मद यूसुफ नकवी ने बताया कि शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार प्रदेश के शैक्षणिक स्तर में सुधार लाने को लेकर विचारों का आदान-प्रदान करने के लिए अखिल राजस्थान प्रबोधक संघ का दो दिवसीय राज्य स्तरीय सम्मेलन सालासर धाम में किया गया। इस दौरान आयोजित कार्यक्रम के मुख्य अतिथि चूरू विधायक हरलाल सहारण ने उपस्थित प्रबोधकों को संबोधित करते हुए कहा कि ग्रामीण इलाकों में शिक्षा का स्तर सुधारने एवं प्रदेश की साक्षरता दर बढ़ाने में प्रबोधकों एवं पैरा टीचर्स का अमूल्य योगदान रहा है। लेकिन वर्तमान समय में प्रदेश भर के प्रबोधकों की पुरानी सेवा की गणना करने, वंचित पर टीचर्स व शिक्षाकर्मियों को भी प्रबोधक पद पर स्थाई करने एवं प्रबोधकों की वेतन विसंगतियों को दूर करने सहित विभिन्न मांगें लंबित है।
इस संबंध में विधायक सहारण ने शीघ्र ही मुख्यमंत्री एवं शिक्षामंत्री से मिलकर प्रबोधकों की सभी मांगों का जल्दी से जल्दी समाधान करवाने का भी आश्वासन दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रबोधक पद के जनक एवं अखिल राजस्थान कर्मचारी संयुक्त महासंघ (एकीकृत) के संरक्षक महेंद्रसिंह चौधरी ने कहा कि प्रबोधकों की सभी जायज मांगों को लेकर शीघ्र ही मुख्यमंत्री एवं शिक्षामंत्री से चर्चा करेंगे और सभी मांगों को पूरा करवाएंगे। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि रतनगढ़ विधायक पूसाराम गोदारा ने भी प्रबोधकों की वाजिब मांगों को विधानसभा में पुरजोर तरीके से रखने एवं उनके निस्तारण में अपना हरसंभव सहयोग करने का भरोसा दिया। समारोह को चूरू जिला प्रमुख वंदना आर्य एवं बिदासर प्रधान संतोष मेघवाल समेत कई स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भी संबोधित कर प्रबोधकों की वाजिब मांगों का समर्थन किया। प्रबोधक संघ के प्रदेशाध्यक्ष हरलाल सिंह डूकिया ने सभी अतिथियों का स्वागत एवं आभार व्यक्त करते हुए कार्यक्रम में उपस्थित जनप्रतिनिधियों के समक्ष वंचित पैरा टीचर्स व शिक्षा कर्मियों को स्थाई करने, प्रबोधकों की पुरानी सेवा की गणना कर वेतन विसंगतियों को दूर करने तथा मॉडल स्कूल व महात्मा गांधी विद्यालयों में भी प्रबोधकों के लिए पद सृजित करने आदि की मांगों को विस्तार से रखते हुए इनके निराकरण का आग्रह किया।
कार्यक्रम के प्रारंभ में मां सरस्वती की वंदना एवं माल्यार्पण के बाद प्रदेश महामंत्री विकास शर्मा ने संगठन की वार्षिक गतिविधियों का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। इस दौरान संघ की प्रदेश हाई पावर कमेटी अध्यक्ष करणवीर सिंह ढिल्लों ने बताया कि प्रबोधक कैडर के कार्मिकों द्वारा पूर्व में की गई पैरा टीचर्स पद की सेवा की गणना करने एवं सम्मानजनक पदोन्नति दिए जाने आदि विषयों पर अपने विचार रखे। इस अवसर पर प्रदेश भर से आए सभी जिलों के जिलाध्यक्ष एवं प्रदेश प्रतिनिधियों ने संयुक्त व्यक्तव्य में एनपीएस फंड को जीपीएफ खातों में सरकार से जमा कराने की मांग भी उठाई। दो दिवसीय सम्मेलन में रमेशचंद्र शर्मा, गोपाललाल धाकड़, मोहम्मद यूसुफ नकवी, गुरचरणसिंह थिंद, रविंद्र शर्मा, सत्यनारायण उपाध्याय, संग्रामराम बिश्नोई, महेश शर्मा, रामप्रकाश गोदारा जोधपुर, बलराम गोदारा, महेंद्र भगत, पुष्पा शर्मा, भावना धाकड़, मंजू सैन, राजश्री, राजाराम जांगिड़, कन्हैयालाल बैरवा, दयाराम खटाणा, रामलाल भाकर, मुस्ताक अली, रामस्वरूप चौधरी, प्रहलादराम मेघवाल, महेन्द्र नूनिया,गोपाल ज्यानी,रामनिवास बटेसर, शंकर लाल मेघवाल, भंवर लाल गोदारा,नूतन तिवाड़ी, जुगल किशोर धाभाई,रमेशचंद सुमन, श्याम डोरिया, रणजीतसिंह राजावत व रमेश लबाना समेत प्रदेश भर के सभी 50 जिलों से आए हजारों प्रबोधक मौजूद रहे और सभी ने एक स्वर में प्रदेश के शैक्षणिक स्तर को ऊंचा उठाने में अपना हरसंभव सहयोग करने के साथ ही अपनी वाजिब मांगों को लेकर हर स्तर पर संघर्ष करने का संकल्प भी किया।