कालाडेरा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में सोनोग्राफी मशीन नहीं होने के कारण महिला मरीज को हो रही भरी परेशानी
कालाडेरा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में सोनोग्राफी मशीन नहीं होने के कारण महिला मरीज को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।10 किलोमीटर की दूरी तय कर चौमूं सरकारी अस्पताल के अलावा प्राइवेट सोनोग्राफी सेन्टर पर जाना पड़ता है। वहां पर मरीजों को समय के साथ साथ पैसे का भी नुकसान उठाना पड़ता है। कालाडेरा अस्पताल में कार्यरत डाक्टर्स एन पी ए लेते हुए भी अस्पताल की मात्र 500 मीटर दूरी पर प्रैक्टिस कर सरकार के राजस्व को हानि पहुंचाने के साथ ही सरकार की योजनाओं को पलीता लगाने का काम भी कर रहे हैं।
चौमूं / जयपुर ( राजेश कुमार जांगिड़ ) कालाडेरा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में सोनोग्राफी मशीन नहीं होने के कारण महिला मरीज को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पूरवती सरकार ने कालाडेरा समुदाय स्वास्थ्य केन्द्र को आदर्श सीएचसी का दर्जा देने के बाद भी सुविधाओं के नाम पर खाली खाना पूर्ती कर अति:श्री कर ली। इस सीएचसी के अंतर्गत दो औद्योगिक क्षेत्र कालाडेरा व मण्डा औद्योगिक क्षेत्र के हजारों मजदूर अपना इलाज करवाने के लिए आते है साथ ही एक दर्जन से ज्यादा गावों के लोग अपना इलाज करवाने के लिए आते है। लेकिन सरकार की उदासीनता व अधिकारियों की लापरवाही के कारण कालाडेरा सीएचसी में आने वाले मरीजों को मिलने वाली सुविधाओं में कोई विस्तार नहीं हुआ। ग्रामीणों ने बताया कि अस्पताल में सोनोग्राफी मशीन नहीं होने के कारण मरीजों को 10 किलोमीटर की दूरी तय कर चौमूं सरकारी अस्पताल के अलावा प्राइवेट सोनोग्राफी सेन्टर पर जाना पड़ता है। वहां पर मरीजों को समय के साथ साथ पैसे का भी नुकसान उठाना पड़ता है। लेकिन सोनोग्राफी मशीन लगाने के लिए कई बार ग्रामीणों के द्वारा उच्च अधिकारियों के साथ साथ जनप्रतिनिधि को अवगत करवाने के बाद भी इस और ध्यान नहीं दिया गया। अधिकारियों ने तो इस कदर आखें बन्द कर रखी है कि कई महीनो से कालाडेरा समुदाय स्वास्थ्य केन्द्र स्त्री रोग विशेषज्ञ की डॉक्टर मातृत्व अवकाश पर जाने के बाद भी अन्य किसी स्त्री रोग विशेषज्ञ डाक्टर को कालाडेरा सरकारी अस्पताल में नहीं लगाया। गौरतलब है कि पूर्व विधायक रामलाल शर्मा के द्वारा कालाडेरा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र परिसर में दो बड़े कमरों का निर्माण कराने के साथ ही लाखों रुपये के इंस्ट्रूमेंट्स देने के बाद भी उनका कोई उपयोग नहीं होने के कारण इंस्ट्रूमेंट्स खराब हो रहें हैं। जानकारी के अनुसार कालाडेरा अस्पताल में कार्यरत डाक्टर्स एन पी ए लेते हुए भी अस्पताल की मात्र 500 मीटर दूरी पर प्रैक्टिस कर सरकार के राजस्व को हानि पहुंचाने के साथ ही सरकार की योजनाओं को पलीता लगाने का काम भी कर रहे हैं।