बहरोड़ के जिला अस्पताल में आवश्यकतानुसार पीपीपी मोड पर जांच मशीनें लगाई जाएंगी - चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री
जयपुर - चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह ने मंगलवार को विधानसभा में कहा कि राज्य के चिकित्सालयों में एमआरआई, सिटी स्कैन जैसी मशीनें आउटसोर्स कर उपलब्ध कराई जा रही हैं जो कि किसी भी अस्पताल में उपयोगिता के आधार पर पीपीपी मोड पर लगाई जाती हैं। उन्होंने आश्वस्त किया कि बहरोड़ के जिला अस्पताल में आवश्यकतानुसार पीपीपी मोड पर मशीनें लगाई जाएंगी।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री सिंह प्रश्नकाल के दौरान सदस्यों द्वारा इस संबंध में पूछे गए पूरक प्रश्नों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि बहरोड़ का जिला अस्पताल पूर्व में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र था, इसे वर्ष 2020-21 में उप जिला अस्पताल में क्रमोन्नत कर दिया गया। बहरोड़ के नया जिला बनने के बाद यह जिला अस्पताल बन गया। उन्होंने कहा कि इसे उप जिला अस्पताल की श्रेणी तक लाने में 41 करोड़ रूपए व्यय किए जाएंगे तथा यह कार्य जनवरी 2025 तक पूरा कर लिया जाएगा।
चिकित्सा मंत्री ने कहा कि जनवरी 2025 तक इस अस्पताल में 3 ऑपरेशन थियेटर, 12 ओपीडी, 21 मातृ नवजात शिशु बैड, मेडिकल गैस लाइन सिस्टम सहित अन्य चिकित्सकीय सुविधाओं का विकास किया जाएगा। उन्होंने बताया कि उसके उपरांत इसे जिला अस्पताल की श्रेणी में लाने में 34 करोड़ रूपए और व्यय किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा प्रत्येक ब्लॉक पर फेजवाइज एक स्वास्थ्य इकाई का भी निर्माण किया जाएगा जिसमें 75 लाख रूपए भवन निर्माण पर, 40 लाख रूपए की जांच मशीनें तथा 12 लोगों का चिकित्सकीय स्टॉफ लगाया जाएगा।
इससे पहले विधायक डॉ. जसवंत सिंह यादव के मूल प्रश्न के लिखित जवाब में चिकित्सा मंत्री ने बताया कि जिला चिकित्सालय बहरोड़ में (पूर्व जिला अलवर) 23 मई 2022 को 125 शैय्याओं से वृद्धि कर 150 शैय्याओं युक्त जिला चिकित्सालय में क्रमोन्नत किये जाने की पदों सहित स्वीकृति जारी की गई है। उन्होंने इसकी प्रति सदन के पटल पर रखी।
उन्होंने बताया कि वर्तमान में जिला अस्पताल सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के भवन में संचालित है। सरकार द्वारा जिला चिकित्सालय बहरोड में जिला अस्पताल स्तर की पर्याप्त सुविधायें/संसाधन जैसे- परिवार कल्याण, टीकाकरण, आपातकालीन सेवायें (104/108) ट्रोमा, आईसीयू, ब्लड स्टोरेज यूनिट तथा मुख्यमंत्री निःशुल्क निरोगी राजस्थान (दवा) एवं जांच योजना अन्तर्गत आवश्यक दवाइयां व जांच सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं।
चिकित्सा मंत्री ने जिला चिकित्सालय बहरोड़ में विशेषज्ञ अथवा चिकित्सकों के स्वीकृत, कार्यरत एवं रिक्त पदों का विवरण सदन के पटल पर रखा। उन्होंने बताया कि पदोन्नति के रिक्त पदों को डीएसीपी के अन्तर्गत पदोन्नत चिकित्सकों से अथवा पीजी पूर्ण चिकित्सक से उपलब्ध होने पर यथासंभव भरने के प्रयास किये जाएंगे। उन्होंने जिला चिकित्सालय बहरोड़ में अराजपत्रित संवर्ग के स्वीकृत, कार्यरत एवं रिक्त पदों का विवरण सदन के पटल पर रखा।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री सिंह ने बताया कि अराजपत्रित संवर्ग के रिक्त पदों पर भर्ती की कार्यवाही प्रक्रियाधीन है। आवश्यक अस्थाई आधार (यूटीबी) पर 6 हजार नर्सिंग एवं पैरामेडिकल कार्मिक लगाये गये हैं। उन्होंने बताया कि पदोन्नति से भरे जाने वाले रिक्त पदों को आगामी पदोन्नति समिति की बैठक आयोजित कर भरे जाने पर विचार किया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि जिला अस्पताल बहरोड़ वर्तमान में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में संचालित है।
चिकित्सा मंत्री ने बताया कि भारत सरकार की एनएचएम पीआईपी वर्ष 2022-23 के तहत् राशि रू. 4093.00 लाख की स्वीकृति उप जिला अस्पताल के लिए प्राप्त हुई है एवं 22 सितंबर 2023 को कार्यादेश जारी होने के उपरान्त उप जिला अस्पताल का नव निर्माण कार्य प्रारम्भ किया जा चुका है।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री सिंह ने बताया कि जिला अस्पताल स्तर के भवन निर्माण हेतु राशि रू. 3407.00 लाख की अतिरिक्त आवश्यकता होगी। जिला अस्पताल स्तर को भवन निर्माण, चालू/आगामी वित्तीय वर्षो में वित्तीय संसाधनों की उपलब्ध्ता एवं गुणावगुण के आधार पर करवाये जाने पर विचार किया जा सकेगा।